राज्य
14-Jun-2025
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पोड़ी ब्लॉक के किसानों को प्रदान किया गया है ड्रोन कोरबा (ईएमएस) बदलते दौर में जहां देश के कई राज्यों में खेती में ड्रोन का चलन बढ़ रहा है, वहीं अब कोरबा के किसान भी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। कृषि क्षेत्र में ड्रोन टेक्नोलॉजी एक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई है, जिससे खेती के कई कठिन कार्य अब चंद मिनटों में पूरे किए जा सकते हैं। यह तकनीक कोरबा में पारंपरिक खेती को टेक्नोलॉजी के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढऩे में मदद करेगी। जिले के किसान अब आधुनिक तकनीक का सहारा लेकर खेती को और ज्यादा आसान और लाभकारी बना रहे हैं। कृषि क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल एक नया चलन बन गया है, जिससे यहां के किसान काफी उत्साहित हैं। विशेष रूप से कीटनाशक और उर्वरक के छिडक़ाव के लिए यह तकनीक किसानों को समय और पानी बचाने में मददगार साबित हो रही है। पोड़ी ब्लॉक के किसानों ने इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है। अब वे खेतों में खाद का छिडक़ाव पारंपरिक तरीके से नहीं बल्कि अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक से कर रहे हैं। इफको कंपनी द्वारा किसान समिति को ड्रोन उपलब्ध कराया गया है। यह ड्रोन विशेष रूप से किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इस ड्रोन की खासियत है कि यह एक एकड़ खेत में दवा का छिडक़ाव महज 6 मिनट में कर सकता है। एक दिन में 20 से 30 एकड़ में छिडक़ाव करने की क्षमता वाली यह मशीनें खेती को न केवल आसान बना रही हैं बल्कि समय और संसाधनों की भी बचत कर रही हैं। पहले चरण में एक ड्रोन मंगाया गया है, जो पोड़ी ब्लॉक में है। किसानों की मांग के अनुसार सभी ब्लॉक में इसका इस्तेमाल किया जाएगा। पांच एकड़ से अधिक रकबा वाले खेतों में खाद, डीएपी, यूरिया का छिडक़ाव करने के लिए इस ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। ड्रोन जैसी अत्याधुनिक तकनीक को अपनाकर किसान अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते हैं, लागत घटा सकते हैं और खेती को लाभकारी बना सकते हैं। सही मार्गदर्शन और पहल से यह तकनीक किसानों की किस्मत बदल सकती है। 14 जून / मित्तल]