14-Jun-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर 1 जून को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जंगपुरा में मद्रासी शिविर को ध्वस्त किए जाने के बाद पैदा हुए मानवीय संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की है। बता दें कि इस विध्वंस के कारण 370 तमिल मूल के परिवार विस्थापित हो गए, जो दशकों से इस इलाके में रह रहे थे। वहीं, सीएम लस्टालिन ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर इन परिवारों के सामने आने वाले संकट को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया, जिनमें से कई ने दिल्ली की अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अपने पत्र में स्टालिन ने इन परिवारों के सामने आ रही परेशानियों को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया, जिनमें से कई दशकों से दिल्ली में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं। स्टालिन ने लिखा, मैं आपका ध्यान 1 जून 2025 को जंगपुरा में मद्रासी कैंप के ध्वस्त होने से पैदा हुए मानवीय संकट की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। इससे 370 तमिल मूल के परिवार बेघर और बेसहारा हो गए हैं, जिन्होंने दशकों से दिल्ली की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेशानुसार, एक संयुक्त सर्वेक्षण में 189 परिवारों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट के लिए पात्र पाया गया। आगे लिखा, माननीय उच्च न्यायालय ने सरकारी एजेंसियों (डीडीए और डीयूएसआईबी) को नरेला के जी-7 और जी-8 पॉकेट्स में पानी, बिजली, सफाई, आंतरिक सड़कें, जल निकासी और स्ट्रीट लाइटिंग जैसी सभी आवश्यक सेवाएं पूरी करने का निर्देश दिया था, जहां वैकल्पिक आवास प्रदान किए गए हैं। न्यायालय ने दिल्ली सरकार को आस-पास के सरकारी और एमसीडी स्कूलों में विस्थापित बच्चों के लिए तत्काल प्रवेश सुनिश्चित करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उचित मूल्य की दुकानें स्थापित करने और 2016 की नीति के अनुसार आवश्यक डीटीसी और मेट्रो परिवहन लिंक की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/14/जून/2025