14-Jun-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने अपने प्रतिष्ठित सतत शिक्षा कार्यक्रम (सीईपी) के माध्यम से डेटा विज्ञान और निर्णय विज्ञान में उन्नत प्रमाणन के पांचवें समूह के लिए प्रवेश शुरू कर दिया है। संस्थान ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि यह आठ महीने का गहन कार्यक्रम पेशेवरों को डेटा विज्ञान और निर्णय विज्ञान दोनों में व्यापक विशेषज्ञता विकसित करने में सक्षम बनाने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे वे व्यवसाय में आज की सबसे महत्वपूर्ण विश्लेषणात्मक और रणनीतिक चुनौतियों को हल करने में सक्षम हो सकें। जैसे-जैसे व्यवसाय महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि की ओर बढ़ रहे हैं, न केवल जटिल डेटासेट से मूल्य निकालने की क्षमता बल्कि उन अंतर्दृष्टि को सार्थक रूप से लागू करने की क्षमता अब एक महत्वपूर्ण अंतर है। यह कार्यक्रम उस विभाजन को पाटने के लिए विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है। जैसे कि शिक्षार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, बिग डेटा एनालिटिक्स और निर्णय लेने के विज्ञान में अत्याधुनिक कौशल से लैस करना। यह कैपस्टोन प्रोजेक्ट्स, इंटरेक्टिव सेशन और आईआईटी दिल्ली में एक समर्पित कैंपस इमर्शन अनुभव के माध्यम से मजबूत अकादमिक सिद्धांत को व्यावहारिक अनुप्रयोग के साथ जोड़ता है। उद्योग के पूर्वानुमानों के अनुसार, वैश्विक बिग डेटा बाजार 2027 तक 103 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है, जबकि डेटा विज्ञान प्लेटफॉर्म क्षेत्र 2020 से 2027 तक 26.9 प्रतिशत की अनुमानित सीएजीआर से बढ़ रहा है। अकेले भारत में 2026 तक डेटा विज्ञान में 11 मिलियन से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने का अनुमान है, इस क्षेत्र में भर्ती गतिविधि 2019 से 46 प्रतिशत बढ़ रही है। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/14/जून/2025