अमेरिका ने किया इजराइल का तो चीन भी ईरान के समर्थन में आया आगे तेहरान,(ईएमएस)। मिडिल ईस्ट में शांति नहीं हो रही है। इजराइल ने लगातार दूसरे दिन ईरान पर हवाई हमला किया। ईरान ने भी उस पर जवाबी हमला किया। दोनों ही देश एक-दूसरे की राजधानी पर हमले कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक ईरान के हमलों के देखते हुए इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया है। मिडिल ईस्ट में चल रही लड़ाई में इजराइल का समर्थन तो अमेरिका कर रहा है, अब ईरान के समर्थन में चीन भी उतर आया है। इजराइल और ईरान के बीच की लड़ाई और गहराती जा रही है। इजराइल ने इसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया है। इस ऑपरेशन के तहत एक तरफ इजराइल ने लगातार दूसरे दिन ईरान पर हवाई हमला किया तो ईरान ने भी ट्रू प्रॉमिस थ्री के तहत इजराइल की राजधानी तेल अवीव में मिसाइलें दागी हैं, लेकिन इजराइल ने नुकसान की जानकारी नहीं दी है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस मामले में ईरान को सलाह देते हुए कहा कि ईरान को सौदा करने के लिए बार-बार मौका दिया गया और अब भी सब खत्म होने से पहले ईरान को अमेरिका के साथ परमाणु समझौता कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इजराइल का हमला ईरान की सोच से कहीं ज्यादा घातक होगा। इजराइल के लड़ाकू विमानों ने शुक्रवार देर रात तक ईरान के परमाणु ठिकानों को दोबारा निशाना बनाया। इन हमलों में अब तक 78 की मौत और 350 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं दूसरी तरफ ईरान ने भी इजराइल पर 150 बैलेस्टिक मिसाईलें दागी हैं जिसमें से छह तो इजराइल की राजधानी तेल अवीव में गिरीं। इस हमले में एक महिला की मौत और 63 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है। ईरान ने तो इजराइल के रक्षा मंत्रालय को भी निशाना बनाया है। ईरान के जवाबी हमलों के चलते इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया है। वहीं इजराइल का समर्थन तो अमेरिका कर रहा है, अब ईरान के समर्थन में चीन आ चुका है। संयुक्त राष्ट्र में चीन के डिप्लोमैट ने ईरान पर इजराइल के हमले की निंदा की और कहा कि ईरान की संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के उल्लंघन की चीन निंदा करता है और लड़ाई को आगे बढ़ाने का विरोध करता है। वहीं ट्रंप ने ईरान को जल्द से जल्द परमाणु समझौता करने को कहा है। हालांकि ईरान ने पॉजिटिव संकेत नहीं दिया और कहा कि बातचीत का कोई मतलब नहीं है। अमेरिका और ईरान के बीच रविवार को परमाणु समझौते को लेकर छठे दौर की बातचीत होनी थी लेकिन अब नहीं होगी। सिराज/ईएमएस 14जून25