15-Jun-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। बदलती जीवनशैली के दौर में आंखों की देखभाल पहले से ज्यादा जरूरी हो गई है। लंबे समय तक कंप्यूटर मोबाइल की स्क्रीन पर काम करने से आंखों में जलन, पानी आना, धुंधलापन और रोशनी कमजोर पड़ने जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य स्क्रीन आधारित उपकरणों पर बढ़ती निर्भरता का सीधा असर आंखों पर पड़ता है। खासतौर पर बच्चों में छोटी उम्र से ही चश्मा लगने के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आंखों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए कुछ घरेलू और आसान उपायों को रोजाना की दिनचर्या में शामिल किया जाए। सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने हाल ही में एक फेसबुक वीडियो साझा किया, जिसमें नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मूगदर रानाडे ने आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए कुछ जरूरी सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि आंखों की अच्छी सेहत शरीर की समग्र सेहत पर निर्भर करती है। इसके लिए संतुलित और रंग-बिरंगी डाइट बेहद फायदेमंद है। गाजर, आम, शकरकंद और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे खाद्य पदार्थ विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो रेटिना को पोषण देकर आंखों की रोशनी को बेहतर बनाते हैं। इसके अलावा प्राकृतिक रोशनी में समय बिताना और शारीरिक गतिविधियां भी आंखों के लिए फायदेमंद मानी जाती हैं।अगर डॉक्टर ने चश्मा पहनने की सलाह दी है तो उसे नियमित रूप से पहनना चाहिए। चश्मे की सफाई के लिए हल्के लिक्विड साबुन या पानी का प्रयोग करें ताकि लेंस साफ रहे और दृष्टि स्पष्ट बनी रहे। इन आसान उपायों को अपनाकर न केवल आंखों की रोशनी लंबे समय तक बनाए रखी जा सकती है, बल्कि आंखों से जुड़ी कई समस्याओं से भी बचा जा सकता है। बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें हर समय स्क्रीन पर देखने से रोकें। वहीं वयस्कों के लिए यह जरूरी है कि हर आधे घंटे में स्क्रीन से नजरें हटाकर खिड़की से बाहर दूर तक देखें ताकि आंखों को आराम मिल सके। सुदामा/ईएमएस 15 जून 2025