मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई महानगरपालिका द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल शुरू होने से पहले ही चुनाव कार्य के लिए नियुक्त किया जाएगा। इससे मिशन एडमिशन अभियान पर पानी फिरने की संभावना बन गई है। खबर है कि मुंबई महानगरपालिका के सामान्य प्रशासन विभाग ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए 15 जून से पहले शिक्षकों की नियुक्ति करने का आदेश दिया है। पहले से ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहे महानगरपालिका के स्कूलों में इससे अव्यवस्था और बढ़ने की आशंका है। उधर शिक्षक संघों ने इस फैसले का विरोध किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महानगरपालिका के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 12 जून को जारी परिपत्र के अनुसार मुंबई शहर और उपनगरीय विभागों में चुनाव के लिए कुल 8 हजार कर्मचारियों की आवश्यकता है। जिसमें से 2,100 कर्मचारी शिक्षा विभाग से और 4,900 कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग से लिए जाएंगे। ये नियुक्तियां बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी संभालने के लिए की जाएंगी। मुंबई शहर जिले के लिए 400 और उपनगरीय जिले के लिए 1,700 शिक्षकों की मांग की गई है। - पूर्णकालिक रूप से काम करेंगे शिक्षा अधिकारियों ने इन नियुक्त शिक्षकों के नाम संख्या निर्धारित करने के बाद 15 जून तक जिला कलेक्टर मुंबई शहर और उपनगर कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है। इस परिपत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ये शिक्षक चुनाव विभाग में पूर्णकालिक रूप से काम करेंगे। यह आदेश मनपा के सामान्य प्रशासन अधिकारी स. तु. शिरवाडकर ने जारी किया है। वहीं शिक्षक संघों ने इस निर्णय का कड़ा विरोध किया है। बृहन्मुंबई शिक्षक सभा के अध्यक्ष शरद सिंह कहते हैं कि मनपा के स्कूलों में पहले से ही 800 से अधिक शिक्षकों की कमी है। स्कूल वर्ष की शुरुआत में शिक्षकों को अन्यत्र भेजना छात्रों को नुकसान पहुंचाने जैसा है। उधर शिक्षा अधिकारी राजेश ककाल का कहना है कि मुझे अभी तक संबंधित पत्र की जानकारी नहीं है। यदि पत्र कार्यालय में पहुंचा है, तो मैं पत्र देखने के बाद ही विस्तार से बात कर पाऊंगा। स्वेता/संतोष झा- १५ जून/२०२५/ईएमएस