राष्ट्रीय
15-Jun-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)।मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) ने गंभीर चिंता जताते हुए एक बयान जारी किया है। जिसमें इजरायल द्वारा ईरान पर की गई सैन्य कार्रवाई की कड़ी निंदा की गई है। भारत ने एससीओ के इस बयान से खुद को अलग करते हुए किनारा कर लिया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर अपनी स्थिति को साफ किया। साथ ही बताया कि भारत ने 13 जून 2025 को ही समूचे घटनाक्रम पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। वर्तमान में भी वह जस की तस बनी हुई है। एससीओ के बयान से जुड़ी उपर्युक्त चर्चा में भारत ने भाग नहीं लिया। जिसके बाद निंदा करने वाली टिप्पणियां सामने आई हैं। वहीं, भारत ने अपने उक्त पक्ष के संबंध में एससीओ सदस्य देशों को सूचित कर दिया है। भारत के बयान के मुताबिक, उसने मुख्य रूप से ईरान और इजरायल से तनाव घटाने के लिए बातचीत और कूटनीति का इस्तेमाल करने का आग्रह किया था। साथ ही कहा था कि यह आवश्यक है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उस दिशा में प्रयास करें। विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर ने 13 जून को ही ईरान के विदेश मंत्री के साथ मामले पर बातचीत की है और तेजी से बदलते घटनाक्रम को लेकर वैश्विक समुदाय की ओर से गहरी चिंता को साझा किया है। उन्होंने अपने ईरानी समकक्ष से तनाव को बढ़ाने वाले किसी भी आक्रामक कदम से बचने की सलाह दी और जल्द से जल्द कूटनीति के मार्ग पर लौटने की अपील की है। वीरेंद्र/ईएमएस/15जून2025