पटना (ईएमएस)। हत्या, लूट, डकैती जैसे मामलों में पीठ थपथपाने वाली पटना पुलिस वाहन चोरी और गृहभेदन के मामलों में फिसड्डी साबित हो रही है। नए कप्तान कार्तिकेय शर्मा के लिए भी जिले से रोज 16 वाहन चोरी और तीन गृहभेदन की वारदातों पर अंकुश लगाना चुनौती होगी। पटना पुलिस के आंकड़ों के अनुसार एक जनवरी से 31 मई तक 2,335 वाहनों की चोरी हुई। वहीं, 343 मकानों को चोरों ने निशाना बनाया है। उक्त अवधि में वाहन चोरी के मात्र 179 मामलों में पुलिस ने चार्जशीट और फाइनल रिपोर्ट सौंपी है। इसमें अधिसंख्या मामले वर्ष 2024 में सितंबर बाद से फरवरी 2025 तक के हैं। नहीं चिह्नित हो सके हाट-स्पाट निवर्तमान एसएसपी अवकाश कुमार ने सभी थानों से उनके क्षेत्र में वाहन चोरी को लेकर हाट-स्पाट चिह्नित करने को कहा था। उन स्थानों को हाट-स्पाट की सूची में शामिल करना था, जहां से अक्सर वाहन चोरी हो जाते हैं। हाट-स्पाट में स्थान के नाम के साथ बताना था कि उस जगह पर कितने समय में चोरियां होती हैं। योजना थी कि वहां सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो संदिग्ध लोगों पर नजर रखे। आसपास गश्ती दल और 112 के वाहन की भी तैनाती रहेगी, ताकि आरोपित को रंगेहाथ पकड़ा जा सके। गृहभेदन के मामले में पांच माह में कदमकुआं, एसकेपुरी, शास्त्री नगर, बेउर और पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने कुल 13 कांडों का उद्भेदन किया था, जिसमें 32 आरोपित जेल भेजे गए थे। उन मामलों में सीसीटीवी फुटेज से सफलता मिल सकी। कुछ मामलों में यह भी रहा कि पीड़ित ने स्वयं आरोपित का सुराग निकाला और पुलिस ने उपलब्धि गिनाई। आशीष दुबे / 16 जून 2025