ग्वालियर। मध्य प्रदेश लीग 2025 के आठवें मुकाबले में रीवा जैगुआर्स ने शानदार गेंदबाजी के दम पर चंबल घड़ियाल्स को 39 रनों से हरा दिया है। ये मुकाबला उन दो टीमों के बीच था जिन्होंने इस सीजन अब तक हार का मुंह नहीं देखा था, लेकिन अब चंबल को पहली हार मिल गई है। दूसरी ओर रीवा ने जीत की हैट्रिक लगा दी है। पहले बल्लेबाजी करते हुए रीवा ने 158 रन बनाए थे और फिर चंबल को 119 रनों पर ही समेट दिया। पहले दो मैचों में लगातार शानदार बल्लेबाजी करने वाली रीवा इस बार बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर सकी। दूसरे ही ओवर में उन्हें पहला झटका लग चुका है और पावरप्ले की समाप्ति होने तक उनके तीन बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। पहले छह ओवरों में उन्होंने 50 रन बनाए थे। कनिष्क दुबे और सागर सोलंकी के बीच चौथे विकेट के लिए 69 रनों की साझेदारी ने उनकी वापसी कराई। सोलंकी 26 गेंदों में 36 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन दुबे टिके रहे। उन्होंने 36 गेंदों में 64 रनों की शानदार पारी खेली जिसमें सात चौके और दो छक्के शामिल रहे। हालांकि, चंबल के गेंदबाजों ने मैच का फिनिश काफी शानदार तरीके से की। आर्यन पांडे एक बार फिर लाजवाब दिखे और तीन ओवर में केवल 20 रन देकर दो विकेट अपने नाम किए। नयनराज मेवाड़ा ने भी तीन ओवर में केवल 14 रन खर्च करके दो विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए चंबल ने पहली गेंद से ही आक्रमण का मूड बना लिया था। अंकुश सिंह ने एक चौका और एक छक्के की मदद से 16 रन बना, लेकिन पहले ओवर की आखिरी गेंद पर आउट हुए। पहले ओवर में ही 21 रन बटोरने वाली चंबल के लिए अपूर्व द्विवेदी ने अब आक्रमण की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने तीन ओवर के अंदर ही टीम को 50 रनों का आंकड़ा पार करा दिया। अपूर्व 15 गेंदों में पांच चौके और चार छक्कों की मदद से 45 रन बनाने के बाद आउट हुए। चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर जब उनका विकेट गिरा तब टीम का स्कोर 63 रन था। इसके बाद शुभम शर्मा केवल नौ और हरप्रीत भाटिया 11 रन बनाकर चलते बने। पावरप्ले में 74 रन बनाने के बावजूद लगातार गिर रहे विकेटों के कारण चंबल की टीम दबाव में आ गई और उन्होंने केवल 96 के स्कोर पर अपने आठ विकेट गंवा दिए। टीम ने किसी तरह 100 का आंकड़ा तो पार किया, लेकिन 13वें ओवर तक ही वे मैच से बाहर हो चुके थे। शिवम शुक्ला ने अपनी मिस्ट्री स्पिन का शानदार प्रदर्शन करते हुए चार ओवर में केवल 20 रन खर्च किए और तीन विकेट अपने नाम कर लिए। पिछले मैच के हीरो रहे सारांश सुराना ने तीन ओवर में केवल छह रन खर्च किए और तीन विकेट निकालते हुए टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।