नई दिल्ली,(ईएमएस)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बारे में अपने आर्मेनियाई समकक्ष अराराट मिर्जोया से बात की है। वहीं, एक सूत्र ने बताया कि शिराज और इसफहन से छात्रों को याज्द में शिफ्ट किया जा रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक इंडियन एंबेसी तेहरान में हालात पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है। इसके अलावा भारतीय छात्रों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। कुछ मामलों में छात्रों को एंबेसी के सुरक्षित ठिकानों पर रखा जा रहा है। इसके अलावा अन्य जगहों की भी तलाश की जा रहा है। जल्द ही ईरान में फंसे 10 हजार भारतीयों को एयरलिफ्ट किया जा सकता है। इस बीच भारतीय दूतावास ने अपने ‘एक्स’अकाउंट पर एक गूगल फॉर्म उपलब्ध कराया। सभी भारतीय नागरिकों से इसे भरकर अपना विवरण देने को कहा है। इसमें कहा गया है कि कृपया याद रखें, घबराने की जरूरत नहीं है, सावधानी बरतें और तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क बनाए रखें। दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’पर लिखा कि कृपया ध्यान दें कि यह टेलीग्राम लिंक केवल उन भारतीय नागरिकों के लिए है, जो वर्तमान में ईरान में हैं। भारतीय दूतावास ने आपात स्थिति के लिए कुछ फोन नंबर भी जारी किए हैं। इधर, भारत सरकार ने कहा है कि वह इन छात्रों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है। ईरान में फिलहाल करीब 10 हजार भारतीय हैं, जिनमें 6000 छात्र हैं। इसमें से करीब 600 छात्रों को तेहरान से कौम की तरफ रीलोकेट किया जा चुका है। इसके अलावा 110 छात्र उर्मिया से आर्मेनिया सीमा की तरफ जा चुके हैं। इन लोगों को जल्द से जल्द वहां से निकाल लिया जाएगा। विदेश मंत्री जयशंकर ने यूएई के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जाएद अल नाह्यान से भी बात की है। इन दोनों के बीच पश्चिमी एशिया में हालात को लेकर बात हुई। श्रीनगर से मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान की विभिन्न यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करने वाले कश्मीरी छात्र वहां पर फंसे हुए हैं। इजरायल और ईरान के बीच जारी लड़ाई ने इनके लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। इनके परिवारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की अपील की है। जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी) ने इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ने के मद्देनजर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से केंद्र शासित प्रदेश के छात्रों को ईरान से निकालने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। जम्मू कश्मीर के सैकड़ों छात्र विभिन्न ईरानी विश्वविद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम - मुख्यतः चिकित्सा-की पढ़ाई कर रहे हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/17जून2025