मनोरंजन
18-Jun-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बालीवुड फिल्म निर्माता यश चोपड़ा की फिल्म ‘लम्हें’ को भले ही बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन इसके बावजूद यह फिल्म उस साल के फिल्मफेयर अवार्ड्स में सबसे अधिक चर्चा में रही। 37वें फिल्मफेयर अवार्ड्स में बेस्ट एक्ट्रेस कैटेगरी में श्रीदेवी का मुकाबला उस दौर की कई दिग्गज अभिनेत्रियों से था। माधुरी दीक्षित को फिल्म ‘साजन’ के लिए नॉमिनेशन मिला था, जो उस समय बड़ी हिट रही थी। वहीं, डिंपल कपाड़िया फिल्म ‘लेकिन’, रेखा फिल्म ‘फूल बने अंगारे’ और जेबा बख्तियार फिल्म ‘हिना’ के लिए इस दौड़ में थीं। इस कड़ी टक्कर में श्रीदेवी का नाम उस फिल्म ‘लम्हें’ के लिए नॉमिनेट हुआ जिसे फ्लॉप करार दिया गया था। ‘लम्हें’ की कहानी अपने समय से कहीं आगे की मानी गई। फिल्म में श्रीदेवी ने दोहरी भूमिका निभाई थी, जिसमें एक युवा लड़की अपनी मां की पुरानी प्रेम कहानी को नये सिरे से जीती है। फिल्म की कहानी में उम्र के फासले को लेकर रिश्ते की उलझन को दिखाया गया था, जो दर्शकों को उस समय समझ नहीं आई। आलोचकों ने इसे जमकर निशाना बनाया और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर निराश किया। लेकिन फिल्मफेयर अवार्ड्स में लम्हें ने सबको चौंका दिया। इस फिल्म ने न सिर्फ ‘हिना’, ‘साजन’, ‘सौदागर’ और ‘दिल है कि मानता नहीं’ जैसी बड़ी हिट फिल्मों को पछाड़कर बेस्ट फिल्म का अवार्ड जीता, बल्कि श्रीदेवी ने भी अपने दमदार अभिनय से माधुरी दीक्षित जैसी टॉप एक्ट्रेस को पीछे छोड़ते हुए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड अपने नाम किया। इसी समारोह में अनुपम खेर को भी ‘लम्हें’ के लिए बेस्ट कॉमेडियन का पुरस्कार मिला। श्रीदेवी को यह अवार्ड मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रदान किया था। यह वह पल था जब आलोचनाओं को पीछे छोड़ते हुए श्रीदेवी ने एक बार फिर साबित किया कि वह वाकई अभिनय की रानी हैं। बता दें कि हिंदी सिनेमा की चहेती अदाकारा श्रीदेवी ने अपने करियर में कई यादगार किरदार निभाए, लेकिन साल 1992 का फिल्मफेयर अवार्ड उनके लिए खास साबित हुआ। सुदामा/ईएमएस 18 जून 2025