अब जी7 से अचानक लौटकर ट्रंप ने सिचुएशन रूम में की बैठक, सब कुछ गुप्त नई दिल्ली,(ईएमएस)। ईरान-इजराइल युद्ध का अंजाम क्या होगा, कोई नहीं जानता, लेकिन जो कुछ सामने आ रहा है, उससे साफ है कि कुछ बड़ा होने वाला है। एक दिन पहले इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई की मौत के साथ ही यह युद्ध खत्म होगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खबर आ रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में एक गुप्त बैठक करने जा रहे हैं। बता दें जहां यह बैठक हो रही है यह वही कमरा है, जहां से अमेरिका ने दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाइयों को अंजाम दिया है। यहीं बैठकर बराक ओबामा ने ओसामा बिन लादेन को खत्म करने का प्लान किया था। यहीं से बैठकर आईएसआईएस चीफ अबू बकर अल बगदादी को मौत के घाट उतारा गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सी7 समिट अचानक छोड़कर अमेरिका लौटै ट्रंप ने अपने विमान एयरफोर्स वन में पत्रकारों से कहा कि मुझे व्हाइट हाउस पहुंचना है। मुझे वहां सिचुएशन रूम में मीटिंग करनी है। यह साफ नहीं हो सका है कि बैठक कब होगी या क्या यह पहले से ही इस बारे में कोई फैसला लिया गया था, लेकिन ट्रंप के इस बयान ने हड़कंप मचा दिया है। सवाल ये है कि आखिर ट्रंप किस गंभीर स्थिति की वजह से वापस लौटे? क्या ईरान को लेकर कोई नई सैन्य योजना बन रही है? बता दें व्हाइट हाउस का ‘सिचुएशन रूम’ दरअसल एक बेहद सुरक्षित, अंडरग्राउंड कमांड सेंटर है जो वेस्ट विंग के अंदर 1961 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के दौर में बनाया गया था। इसका निर्माण बॉय ऑफ पिग्स संकट के समय किया गया था। यहां से अमेरिकी राष्ट्रपति दुनिया भर में चल रही स्ट्रेटजिक, आर्मी और डिप्लोमैटिक एक्शन की लाइव मॉनीटरिंग करते हैं। इसे अमेरिका में बेहद गोपनीय और सबसे ताकतवर जगहों में माना जाता है। 2023 में बाइडेन प्रशासन ने इस सिचुएशन रूम में पांच फीट गहरी खुदाई करवाई थी और करीब 50 मिलियन डॉलर खर्च कर इसका रिनोवेशन करवाया था। अब यहां हाईटेक टच स्क्रीन सिस्टम, सिक्योर डेटा पाइपलाइन्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डिस्प्ले और साइबर सिक्योरिटी फीचर लगाए गए हैं। इस कमरे का सबसे चर्चित पल 2011 में आया था। जब तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा, हिलेरी क्लिंटन और जो बाइडेन समेत तमाम आर्मी कमांडरों के साथ एक स्क्रीन पर नजरें गड़ाए बैठे थे। वहीं से देख रहे थे हजारों किमी दूर पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को कैसे मारा जा रहा है। वहीं से निर्देश दिए जा रहे थे। उस ऐतिहासिक फोटो ने ‘सिचुएशन रूम’ को ग्लोबल आइकन बना दिया है। यही नहीं अक्टूबर 2019 में ट्रंप ने भी इसी सिचुएशन रूम में बैठकर सीरिया में आईएसआईएस चीफ अबू बक्र अल-बगदादी के खिलाफ अमेरिकी स्पेशल फोर्सेस का मिशन लाइव देखा था। ट्रंप ने बाद में बताया था कि वह बगदादी मारा गया। अब जब ट्रंप फिर इसी रूम में लौटे हैं और ईरान का मुद्दा गर्म है तो माना जा रहा है कि ट्रंप कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। सिराज/ईएमएस 18जून25 -----------------------------