लेख
19-Jun-2025
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चारधाम यात्राएं अंतिम यात्रा बनती जा रही हैं lऔर कितने हादसों का इंतज़ार, यह दर्दनाक हादसे कब रुकेंगे, मौत का मंजर थमता नजर नहीं आ रहा है प्रतिदिन देश में विमान हादसे होते जा रहे हैं l विमान मौत का ताबूत बनते जा रहे हैं l देश में हवाई यात्राएं असुरक्षित होती जा रही हैं हवाई यात्राओं को सुरक्षित बनाना होगा l बढ़ते हेलीकाप्टर हादसों से लोग खौफजदा हैं l एक बार फिर लाशों के ढेर लग गए केदारनाथ में रविवार को श्रद्धांलुओं का हेलीकाप्टर क्रैश हो गया जिसमें 7लोग मारे गए मरने वालों में एक 23माह का अबोध बच्चा भी हादसे में मारा गया l खुशी खुशी पर जा रहे लोगों ने सपने मै भी नहीं सोचा होगा की यह चारधाम यात्रा अंतिम यात्रा बन जाएगी l हेलीकाप्टर क्रैश के लगातार हो रहे हादसों पर संज्ञान लेना चाहिए और लापरवाही बरतने वालों पर शिकंजा कसना चाहिए जो लोगों को मौत बाँट रहे हैं l परिवार के परिवार खत्म हो रहे हैं पिछले काफ़ी समय से यह हादसे बदस्तूर जारी हैं दर्जनों हादसे हो चुके हैं l निजी कम्पनीयां मुनाफा कमाने के चक्कर में यात्रियों को मौत के मुँह में धकेल रही है l बढ़ते हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे l हेलीकाप्टर के बढ़ते हादसों से असमय ही बेमौत मारे जा रहे हैं l इस घटना ने सवाल खड़े कर दिये हैं कि बार-बार हो रहे इन हादसों के कारण क्या है इस घटना ने यह प्रमाणित कर दिया है कि बीती घटनाओं से न तो सरकार ने सबक सिखा और न ही लोगों ने सीखा। पिछले कई सालों से ऐसे दर्दनाक हादसे हो रहे हैं सरकारें ऐसी घटनाओ के बाद मुआवजों की घोषणा करने तथा जांच के आदेश देने में देरी नहीं करती। देश में प्रतिदिन ऐसे मर्मातंक हादसे होते है मगर सुधार नहीं होता । ।इन हादसों में सैंकड़ों बच्चे अनाथ हो गए और कई मां-बहनों का सिदूर मिट गया और बहनों के भाई मारे गए।केन्द्र सरकार को इन हादसों के संदर्भ में छानबीन करवानी चाहिए तथा दोषियों को सजा देनी होगी। समय रहते इन हवाई घटनाओं को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने होगें ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक हादसों पर विराम लग सके।अगर अब भी सरकार ने लापरवाही बरती तो निदोर्ष लोग हवाई हादसों बेमौत मरते रहेगें।ऐसे हादसो पर रोक के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाए ताकि भविष्य में ऐसे दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृति न हो सके। यह राष्ट्रहित मै है l (वरिष्ठ पत्रकार) (यह लेखक के व्य‎‎‎क्तिगत ‎विचार हैं इससे संपादक का सहमत होना अ‎निवार्य नहीं है) .../ 19 जून /2025