- विदेश मंत्रालय की मोबाइल वैन सेवा शुरू भोपाल (ईएमएस)। भारत के विदेश मंत्रालय ने गांवों में रहने वाले लोगों के लिए पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इससे गांव में रहने वाले लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए ऑफिस के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी। गांव तक आवश्यक सारी सुविधाएं पहुंचाने के प्रयास में विदेश मंत्रालय पासपोर्ट सेवा मोबाइल वैन शुरू की गई है। यह वैन पूरी तरह से पासपोर्ट सेवा केंद्र की तरह कार्य करेगी। इसमें बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन, डॉक्यूमेंट स्कैनिंग, फोटो कैप्चर और वेरिफिकेशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस सेवा के माध्यम से, गांव के लोगों को अब पासपोर्ट के लिए शहर आने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उन्हें समय, पैसे और यात्रा में होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी। वैन के आने से पहले स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि लोग इस सेवा के बारे में जान सकें। इसके अलावा, अपॉइंटमेंट के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है और इससे ग्रामीण लोगों को अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने में मदद मिलेगी। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शीतांशु चौरासिया ने जानकारी दी कि यह वैन उन स्थानों पर जाएगी, जहां पासपोर्ट सेवा केंद्र उपलब्ध नहीं हैं। विदेश मंत्रालय की ‘मोबाइल पासपोर्ट सेवा वैन’ का शुभारंभ 20 जून को अरेरा हिल्स स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से हुआ। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शीतांशु चौरासिया ने बताया कि वैन का उद्देश्य उन क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा को पहुंचाना है, जहां अब तक पासपोर्ट सेवा केंद्र नहीं थे। यह मोबाइल यूनिट एक चलित पासपोर्ट सेवा केंद्र के रूप में पूरी तरह से कार्य करेगी। वैन शुरू होने के कारण अब मप्र के ग्रामीण और दूर-दराज इलाकों में रहने वाले लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग से होगी सुविधा आसान वैन किस क्षेत्र में कब पहुंचेगी, इसकी सूचना स्थानीय प्रचार और डिजिटल माध्यमों से दी जाएगी। इसके लिए एक विशेष ऑनलाइन अपॉइंटमेंट स्लॉट बुकिंग सिस्टम बनाया गया है, जिससे इच्छुक आवेदक समय से पंजीकरण करा सकें। यह पहल विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जो शारीरिक, आर्थिक या पारिवारिक कारणों से पास के बड़े शहरों तक नहीं पहुंच पाते थे। अब उन्हें पासपोर्ट बनाने के लिए लंबा सफर तय नहीं करना होगा। यह वैन आधुनिक तकनीक से लैस है। इसमें बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन, डॉक्यूमेंट स्कैनिंग, डिजिटल हस्ताक्षर, फोटो कैप्चर और ऑन-साइट वेरिफिकेशन की सभी व्यवस्थाएं मौजूद हैं। पासपोर्ट के लिए जरूरी सभी चरण इसी वैन में पूरे किए जा रहे हैं। शीतांशु चौरासिया ने बताया कि, इस वैन में वही प्रक्रिया अपनाई जाती है जो भोपाल स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में होती है। पूरा सेटअप वातानुकूलित है। फोटो से लेकर दस्तावेज सत्यापन तक की हर सुविधा यहीं मिलेगी। मोबाइल वैन के उद्घाटन के दिन ही सेवा का प्रभाव नजर आया। 50 से ज्यादा लोगों ने आवेदन की प्रक्रिया पूरी की, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों के लोग और महिलाएं प्रमुख रूप से शामिल रहीं। अधिकांश आवेदकों ने इसे घर तक आई सरकारी सेवा बताते हुए सराहा। विनोद / 21 जून 25