राष्ट्रीय
22-Jun-2025


गुरुग्राम(ईएमएस)। दिल्ली पुलिस ने ड्रग्स बनाने और सप्लाई करने वाले बड़े नेटवर्क को ध्वस्त किया है। बीते तीन सालों से महरौली में ड्रग्स की फैक्ट्री चलाने नाइजीरियन को गिरफ्तार किया गया है। इसका नेटवर्क नेपाल तक फैला हुआ था। गुरुग्राम पुलिस की अपराध शाखा सेक्टर-43 की टीम ने 18 और 19 जून को 6 नाइजीरियन को ड्रग्स तस्करी के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने नाइजीरिया से कोकीन बनाने की तकनीक सीखी और फिर दिल्ली आकर ड्रग्स बनाकर अवैध कारोबार को शुरू किया। बता दें कि अपराध शाखा सेक्टर-43 की टीम ने नेपाल निवासी बिमल पहाड़ी को पहले गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में इस ड्रग्स बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा हुआ। इसके बाद नाइजीरियन नागरिकों को पकड़ा गया। इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि उनकी टीम इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में कई अन्य व्यक्तियों के इस गिरोह से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस उन सभी कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है। यह गिरफ्तारी न केवल दिल्ली में चल रहे ड्रग्स के कारोबार पर एक बड़ी चोट है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के गठजोड़ को तोड़ने में भी सहायक सिद्ध हो सकती है। इस फैक्ट्री में तैयार होने वाली ड्रग्स का 90 फीसदी हिस्सा डार्क वेब के जरिए पड़ोसी देश नेपाल भेजा जा रहा था। शेष 10 फीसदी ड्रग्स दिल्ली और एनसीआर के उच्च वर्ग के ग्राहकों को बेची जाती थी। वे हर सप्ताह अपने फोन नंबर बदल देते थे और हर बार नए नंबर से अपने ग्राहकों और सप्लायरों से संपर्क करते थे, ताकि उनकी लोकेशन और पहचान ट्रैक न हो सके। बातचीत के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप का इस्तेमाल होता था। अपराध शाखा प्रभारी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि जांच में सामने आया है कि ड्रग्स की बिक्री और वितरण के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल किया जा रहा था। विशेष कोडवर्ड्स और एन्क्रिप्टेड चैट से ग्राहकों से संपर्क साधा जाता था। दिल्ली-एनसीआर में ड्रग्स की खेप पहुंचाने के लिए मिजोरम की एक महिला और प्रतिष्ठित कोरियर सर्विस का इस्तेमाल किया जाता था। भुगतान भी सीधे नकद में न लेकर कोरियर सर्विस के माध्यम से ही लिया जाता था। वीरेंद्र/ईएमएस/22जून2025