-बीकानेर से सूरतगढ़ तक गोदामों पर लगातार कार्रवाई, 50 करोड़ का यूरिया-डीएपी स्टॉक पकड़ा; नकली खाद-पेस्टिसाइड जब्त, 11 अधिकारी निलंबित जयपुर,(ईएमएस)। राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने नकली खाद-पेस्टिसाइड व कालाबाजारी के खिलाफ अभियान तेज़ करते हुए शनिवार रात बीकानेर और रविवार सुबह सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर) में बड़ी छापेमार कार्रवाई की। बीकानेर में 20 से अधिक निजी गोदामों के ताले तुड़वाए गए, जबकि सूरतगढ़ के रीको औद्योगिक क्षेत्र स्थित कोरोमंडल कंपनी के गोदाम से करीब 32 हज़ार कट्टे डीएपी-यूरिया बरामद हुए, जिसकी अनुमानित कीमत 50 करोड़ रुपये है। मंत्री ने आशंका जताई कि इतने बड़े स्टॉक का एक ही जगह जमा होना कालाबाजारी का संकेत है। बीकानेर में रात भर चले ऑपरेशन में करीब 468.25 क्विंटल घटिया बायो-स्टिमुलेंट, खाद और बीज जब्त किया गया है। 4 गोदाम मौके पर सील किए गए, कई में सऊदी आयातित डीएपी व उर्वरक भरे मिले। कृषि विभाग के अधिकारी गोदामों की जानकारी नहीं दे पाए, मंत्री ने फटकार लगाई है। नकली खाद-बीज बेचने को लेकर 6 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। खास बात यह है कि इस अभियान के दौरान अब तक 11 अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। सियासी बयान-बाज़ी कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंत्री की छापेमारी पर सवाल उठाते हुए “सत्ता के भीतर खेल” का इशारा किया था। जवाब में किरोड़ीलाल मीणा ने कहा, पायलट जी खुद को किसान पुत्र कहते हैं, फिर नकली पेस्टिसाइड पकड़ने से परेशानी क्यों? उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन्होंने पायलट पर ‘किसानों की भलाई के मसले पर राजनीति’ का आरोप भी लगाया। सूरतगढ़ में 50 करोड़ का स्टॉक सूरतगढ में रविवार तड़के इफको बाजार गोदाम में दबिश के दौरान 32 हज़ार कट्टों का डीएपी-यूरिया भंडार मिला। मंत्री ने निर्देश दिए कि स्टॉक के स्रोत व वितरण खपत का पूरा ब्योरा जुटाया जाए। प्रारंभिक जांच पूरी होने तक गोदाम सील है। पायलट का आरोप सचिन पायलट ने दावा किया कि मंत्री की कार्रवाई ‘केवल मिलावट रोकने’ का मामला नहीं बल्कि “तंत्र के उच्च स्तर पर चल रहे किसी आंतरिक संघर्ष” का संकेत है। उन्होंने कहा कि गोदाम सील करने की ज़िम्मेदारी विभागीय दलों की होती है, मंत्री का खुद तलाशी लेना असामान्य है। हिदायत/ईएमएस 22जून25