क्षेत्रीय
22-Jun-2025
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बिलासपुर (ईएमएस)। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने राज्य सरकार से मांग की है की रक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए प्रस्ताव के आधार पर 71 करोड रुपए जमा कर 290 एकड़ जमीन वापस लेकर बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट प्रबंधन के हवाले की जाए। समिति ने कहा की केंद्र और राज्य दोनों जगह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और उसके बाद भी भूमि हस्तांतरण का मामला डेढ़ साल से लंबित है। इसे हल करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव जो बिलासपुर क्षेत्र से ही आते हैं उन्हें दखल देना चाहिए। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने ब्यौरा देते हुए बताया कि बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट का विस्तार और वहां बड़े विमान की आवाज आई तभी संभव है जब वर्तमान रनवे की लंबाई 1500 मीटर से बढक़र कम से कम 2200 या उससे भी आगे 2800 मीटर कर दी जाए। वास्तविक हवाई सुविधा के लिए बड़े विमान का आवागमन सुनिश्चित करना आवश्यक है क्योंकि देश में जो विमान उपलब्ध है। उनमें 80त्न विमान बड़े विमान ही है और उनमें हवाई यातायात कम किराए से संभव होता है। समिति ने कहा कि 2023 में ही छत्तीसगढ़ सरकार में 93 करोड रुपए जमीन वापसी के लिए जमा कर दिए थे। परंतु रक्षा मंत्रालय में पूरी 1012 एकड़ के एवज में 93 करोड रूपए नहीं स्वीकारें और 290 एकड़ जमीन के लिए 71 करोड रुपए की मांग रखी थी। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने कहा यह मामला तभी से आज तक लंबित पड़ा है और डेढ़ वर्ष होने के बाद भी जमीन खाली पड़ी है परंतु एयरपोर्ट के रनवे विस्तार हेतु इसका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति में राज्य सरकार और विशेष कर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से अपनी मांग दोहराई है कि 71 करोड रुपए रक्षा मंत्रालय को मांग के अनुसार देकर 290 एकड़ जमीन ले ली जानी चाहिए। समिति ने कहा की रक्षा मंत्रालय को राज्य शासन जो भी पैसा देगा वह देश की रक्षा में ही खर्च होगा। अत: इस पुनीत कार्य के लिए पैसे का मोल भाव या उसके बारे में अन्य विचार विमर्श नहीं करना चाहिए। वैसे भी राज्य सरकार बची हुई 725 एकड़ जमीन के संबंध में रक्षा मंत्रालय से आगे की चर्चा कर सकती है परंतु 290 एकड़ जमीन तुरंत वापस लेकर एयरपोर्ट प्रबंधन को सौंप जानी चाहिए। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महा धरना आज भी जारी रहा और आगमन के क्रम से बद्री यादव, अशोक भंडारी, संतोष पीपलवा, समीर अहमद बबला, मजहर खान ,मनहरण केवट, हरप्रसाद केवट ,महेश दुबे टाटा ,देवेंद्र सिंह ठाकुर, गोपाल दुबे ,जसबीर चावला, चंद्र प्रकाश जायसवाल, रामा बघेल, शाहबाज अली मोहसिन अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे। मनोज राज/योगेश विश्वकर्मा 22 जून 2025