राष्ट्रीय
25-Jun-2025


मुंबई, (ईएमएस)। खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने सोना गलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। बताया गया है कि मुंबई के मस्जिद बंदर इलाके में छापेमारी में 9 करोड़ रूपये का सोना जब्त कर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह छापामारी रविवार को की गई थी। दरअसल डीआरआई विदेश से स्थानीय नागरिकों की मदद से सोने की तस्करी के एक मामले की जांच कर रही थी। उस समय पता चला कि इसमें एयरपोर्ट के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं। आरोपी विदेश से तस्करी कर लाए गए सोने को आरोपियों तक पहुंचाते थे। उसके बाद मस्जिद बंदर स्थित यूनिट में इसे पिघलाया जाता था और गुप्त तरीके से स्थानीय बाजार में बेचा जाता था। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए डीआरआई की टीम ने रविवार को मस्जिद बंदर स्थित सोना गलाने वाली यूनिट पर छापेमारी की और पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में आठ करोड़ 93 लाख कीमत के आठ किलोग्राम 747 ग्राम वजन के छह सोने के बार जब्त किए गए। इस मामले में मीनानाथ भुले, विश्वास यादव उर्फ ​​अमोल, उदय जंगम, रोहित मोहिते और विक्रम मोटे तथा राजकुमार पवार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से जब जब्त किए गए सोने की खरीद की रसीद मांगी गई तो उन्होंने आधिकारिक दस्तावेज पेश नहीं किए। जांच के दौरान मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में सोना पिघलाने वाली इकाई के मालिक राजकुमार पवार और ड्राइवर रविंद्र सालुंखे को भी गिरफ्तार कर लिया गया। - एयरपोर्ट कर्मचारी रडार पर एयरपोर्ट कर्मचारियों से तस्करी का सोना ले जाया जा रहा था। इसमें कौन-कौन कर्मचारी शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में संदेह है कि हवाला के जरिए पैसा भेजा गया था। - ऐसे होता था काम मीनानाथ भुले एयरपोर्ट कर्मचारियों से तस्करी का सोना लेता, उसे पिघलाता और फिर ग्राहकों तक पहुंचाता। जबकि विश्वास यादव उर्फ ​​अमोल तस्करी के सोने के सारे लेन-देन का रिकॉर्ड रखता था। जंगम और मोहिते दोनों सोना पिघलाते थे। विक्रम मोटे ड्राइवर है और एयरपोर्ट से तस्करी का सोना लाने की जिम्मेदारी उसी की थी। संजय/संतोष झा- २५ जून/२०२५/ईएमएस