राष्ट्रीय
25-Jun-2025


सीएम स्टालिन का मोदी सरकार पर आरोप चैन्नई (ईएमएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भाषा के वित्तपोषण में कथित पक्षपात को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की और उस पर तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय भाषाओं की उपेक्षा कर संस्कृत को महत्व देने का आरोप लगाया। सीएम स्टालिन ने लिखा, संस्कृत को करोड़ों मिलते हैं, तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय भाषाओं को मगरमच्छ के आंसू के अलावा कुछ नहीं मिलता। तमिल के लिए झूठा लगाव, सारा पैसा संस्कृत के लिए! दरअसल एक रिपोर्ट से पता चला है कि केंद्र ने 2014-15 और 2024-25 के बीच संस्कृत को बढ़ावा देने पर 2,532.59 करोड़ खर्च किए। जबकि तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और उड़िया -पांच अन्य शास्त्रीय भारतीय भाषाओं के लिए संयुक्त आवंटन 147.56 करोड़ रुपये था। रिपोर्ट के अनुसार, तमिल, जिस 2004 में शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया था, को भारतीय भाषाओं के प्रोत्साहन के लिए अनुदान योजना के तहत 113.48 करोड़ रुपये मिले, जो संस्कृत से 22 गुना कम है। तेलुगु और कन्नड़ को संस्कृत पर खर्च किए गए धन का 0.5 प्रतिशत से भी कम मिला, जबकि मलयालम और ओडिया को 0.2 प्रतिशत से भी कम मिला। आशीष दुबे / 25 जून 2025