-हेयर ट्रीटमेंट क्लीनिक में खोल दी ड्रेस की दुकान -एनएसयूआई नेता ने स्टिंग कर किया खुलासा –स्टिंग विडियो में दुकानदार ने कहा रेट लिस्ट और ड्रेस स्कूल ने ही दी हैं हम तो सिर्फ बेचने वाले हैं -भोपाल कलेक्टर के पास पहुँची शिकायत भोपाल(ईएमएस)। राजधानी में नेहरू नगर चौराहे पर स्थित एक अवैध दुकान में नारायणा स्कूल की ड्रेस बेहद महंगे दामों पर बेची जा रही है। इस दुकान का कोई वैध रजिस्ट्रेशन नहीं है, न ही इसका कोई दस्तावेजी अस्तित्व है। यह आरोप लगते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने मीडिया के साथ इस फ़र्ज़ी दुकान भंडाफोड़ किया और जिला कलेक्टर भोपाल को भेजे एक लिखित शिकायत पत्र में साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की माँग की है। त्रिपाठी ने दावा किया कि इन फर्जी दुकानों को प्रशासन की मौन स्वीकृति प्राप्त है। उन्होने आगे कहा की इस संबध मे जब उन्होनें कलेक्टर द्वारा ऐसी शिकायतो पर कार्यवाही करने के लिये जिम्मेदार बनाई गई अर्चना शर्मा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व टीटी नगर से संपर्क किया गया तब अन्य व्यक्ति द्वारा फोन रिसीव किया गया। और बताया गया कि ये ग़लत नंबर हैं। इससे जिला प्रशासन की गंभीरता का पता लगता हैं कि प्रशासन इस महत्वपूर्ण विषय को लेकर कितना गंभीर हैं। या कमिशन के लालच में मौन है। त्रिपाठी ने कहा कि भोपाल के कई बड़े नामी निजी स्कूल शिक्षा माफियाओं के साथ मिलकर चुनिंदा दुकानों से महंगे दामों पर ड्रेस, किताबें, बैग और स्टेशनरी बेचने का दबाव बना रहे हैं। इससे अभिभावक दस गुना महंगे दाम चुकाने को मजबूर हैं, और शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से लूट-खसोट का अड्डा बन चुकी हैं। त्रिपाठी ने इसे अवैध कमाई और करोड़ों रुपये के जीएसटी व इनकम टैक्स की चोरी से जुड़ा हुआ बताया। उन्होनें आगे खुलासा किया की नेहरू नगर की अवैध दुकान के कर्मचारी ने उन्हें बताया कि हमें स्कूल ने बेचने के लिए दिया हैं, जो माल बच जाएंगा वो वापस नारायण स्कूल जाएंगा उन्हीं का माल हैं, मैं तो सिर्फ कर्मचारी हूं, कमीशन की बात पर उसने कहा इस बारे में भाई साहब को पता हैं, वहीं बिना जीएसटी के बिल पर कहा की मुझे जो बिल दिया गया वो बिल काट रहा हूं। कॉगेंस नेता विवेक त्रिपाठी ने मांग की है कि नेहरू नगर की अवैध दुकान को तत्काल सील किया जाए, नारायणा स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई हो, जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में गठित जांच समिति की निष्क्रियता की समीक्षा की जाए और सभी स्कूलों में एक प्रभावी पालक संघ का गठन कर उनकी अनुशंसाओं को प्रशासनिक महत्व दिया जाए। साथ ही उन्होनें चेतावनी दी की यदि जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो कांग्रेस सड़को पर उतकर उग्र आंदोलन करेगी। जुनेद / 25 जून