26-Jun-2025
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देहरादून(ईएमएस)। उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक देते ही कहर बरसाना शुरु कर दिया है। यहां आए दिन भूस्खलन हो रहा है और कई रास्ते बंद हो गए है। राहत एवं बचाव का काम तेजी से चल रहा है। कुमाऊं के क्षेत्र में बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं पर्वतीय क्षेत्र में लैंडस्लाइड की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। लगातार बारिश के कारण सूबे के अधिकांश जिलों में तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। बीते बुधवार को पिथौरागढ़ में चेटलकोट के पास पहाड़ टूटने से बोल्डर और मलबा आ गया, जिससे धारचुला-तवाघाट मोटर मार्ग बंद हो गया, जिसके कारण आदि कैलाश की यात्रा पूरी कर लौट रहे श्रद्धालुओं के वाहन चेटलकोट में फंस गए। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 26 जून को यानी कि गुरुवार को बागेश्वर, नैनीताल और रुद्रप्रयाग में भारी से भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, टिहरी, चमोली, चंपावत और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं गरज व चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। साथ ही चार धाम यात्रा मार्ग पर भी बौछारें पड़ने की संभावना है। सूबे में बारिश के कारण रास्ते में मलबा आने से 33 रास्ते बंद हो गए हैं। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के अनुसार ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ से आगे पिनौला घाट में मलबा आने के कारण बड़े वाहनों के लिए बंद है। पीएमजीसवाई के 24 और लोक निर्माण विभाग के 6 मार्ग बंद हैं। उत्तराखंड में मानसून का आगमन हो चुका है। इस बीच आईएमडी ने 30 जून तक उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा वज्रपात के साथ-साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की भी आशंका जताई गई है। 26 जून की मौसम की बात करें तो बहुत भारी से लेकर बारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। इसके साथ ही बिजली गिरने और 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान लगाया गया है। बता दें कि उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक में बारिश का दौर जारी है। वीरेंद्र/ईएमएस/26जून2025