शरद पवार बोले-आज भी मीडिया में सरकार की आलोचना को अच्छा नहीं मानते मुंबई,(ईएमएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि देश में 50 साल पहले लगाया गया आपातकाल दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने इसके लिए माफी मांगी थी। मुंबई में एक कार्यक्रम में शरद पवार ने इस बात पर जोर दिया कि नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना एक पवित्र कार्य है और लोगों को आज भी इनकी रक्षा के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने याद दिलाया कि समाजवादी दिग्गजों जॉर्ज फर्नांडिस, चंद्रशेखर और मधु दंडवते से परामर्श के बाद 1978 में महाराष्ट्र में सरकार में परिवर्तन किया गया और वह सीएम बने। केंद्र में बीजेपी नीत सरकार का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि मौजूदा सरकार की आलोचना को अस्वीकार्य माना जाता है। उन्होंने कहा कि आज हमें सावधान रहना होगा। आज भी मीडिया में सरकार की आलोचना को अच्छा नहीं माना जाता है। पत्रकारों को धमकाया जाता है। घोषित और अघोषित आपातकाल में फर्क होता है। उन्होंने आम नागरिकों से किसी भी कीमत पर संसदीय लोकतंत्र को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया। वरिष्ठ समाजवादी नेता दिवंगत जॉर्ज फर्नांडिस की तारीफ करते हुए पवार ने कहा कि वह एक श्रमिक संघ के नेता से केंद्र में मंत्री बने थे। पवार ने आपातकाल को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया, लेकिन साथ ही कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने मौलिक अधिकारों पर अंकुश लगाने, असहमति को दबाने, सामूहिक गिरफ्तारियां करने और प्रेस सेंसरशिप जैसे उपायों को लागू करने के लिए माफी भी मांगी थी। सिराज/ईएमएस 26जून25