मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र विधानमंडल के इस साल के मानसून सत्र के कार्यक्रम और शेड्यूल को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसके अनुसार, मानसून सत्र 30 जून से 18 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। इसकी घोषणा गुरुवार को विधानमंडल कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में की गई। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक इस बैठक में मौजूद थे। विधानमंडल कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सत्र की योजना पर चर्चा की गई। विधानमंडल के सचिव जितेंद्र भोले ने जानकारी दी है कि बैठक में कामकाज पर चर्चा की गई। इस बैठक में विधान परिषद के सभापति राम शिंदे, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे, विधानसभा उपाध्यक्ष अन्ना बनसोडे, जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन, उच्च व तकनीकी शिक्षा तथा संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री आशीष शेलार, खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, विधानसभा सदस्य दीपक केसरकर, भास्कर जाधव, नितिन राऊत, जितेंद्र आव्हाड, अमीन पटेल और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। - मानसून सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष विधानमंडल के आगामी मानसून सत्र में विभिन्न मुद्दों को लेकर सदन के अंदर विपक्ष के आक्रामक होने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से राज्य में कई मुद्दों को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। इसको लेकर विपक्ष ने हंगामा भी किया है। इसलिए विपक्ष मानसून सत्र में राज्य में कानून व्यवस्था, छात्रों के मुद्दे, विधानसभा चुनाव से पहले महायुति द्वारा जनता से किए गए वादे, किसानों की कर्जमाफी, बेमौसम बारिश से किसानों को मुआवजा, मुंबई में रेल दुर्घटनाएं, अपराध, महिलाओं पर अत्याचार जैसे विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। संजय/संतोष झा- २६ जून/२०२५/ईएमएस