मुम्बई (ईएमएस)। रोहित शर्मा, विराट कोहली और आर अश्विन के बाद अब लगता है कि स्पिन ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा का टेस्ट करियर भी समाप्त हो सकता है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही टेस्ट में जिस प्रकार करुण नायर की वापसी हुई है और साई सुदर्शन ने डेब्यू किया है। उससे अब जडेजा के लिए जगह बनना कठिन होता जा रहा है। विदेश दौरे पर आम तौर पर भारतीय टीम की अंतिम ग्यारह में एक ही स्पिनर होता है। ऐसे में जडेजा को कुलदीप यादव से कड़ी टक्कर मिल रही है। पहले टेस्ट में जडेजा का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। इससे ऐसा लगता है कि ये उनका अंतिम विदेश दौरा हो सकता है। जडेजा अभी टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। वह सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज और सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर है पर इस बार उनमें पहले वाली बात नहीं रही है। वह पहले टेस्ट में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ही असफल रहे। उन्होंने पहली पारी में 11 और दूसरी में नाबाद 25 रन बनाए। गेंदबाजी में उन्हें सिर्फ दूसरी पारी में एक विकेट मिला। ऐसे में कहा जा रहा है अगर पहले टेस्ट मैच में जडेजा की जगह कुलदीप होते तो भारतीय गेंदबाज हावी रहते। जडेजा टीम इंडिया के एकमात्र खिलाड़ी ऐसे हैं जिनका टेस्ट करियर 15 साल से अधिक पुराना हो गया हे। उनकी उम्र भी 36 के करीब है। वह एके बेहतरीन क्षेत्ररक्षक रहे हैं पर वहां भी वह असफल रहे। उन्होंने पहले टेस्ट मैच में एक कैच भी छोड़ा था। ऐसे में अब उनपर दबाव भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में वह इस दौरे में टेस्ट से संन्यास की घोषण कर दें तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिये। इससे पहले अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में खराब प्रदर्शन के कारण संन्यास ले लिया था। गिरजा/ईएमएस 27 जून 2025