राष्ट्रीय
27-Jun-2025


* नगरचर्या कर निज मंदिर लौटे भगवान जगन्नाथ जी, शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई रथयात्रा * भारतीय संस्कृति समेत ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर सजे ट्रक और टेब्लो लोगों का आकर्षण का केन्द्र बने अहमदाबाद (ईएमएस)| अषाढी दूज के अवसर पर अपने भक्तों को दर्शन देने निकले भगवान जगन्नाथजी के देर रात निज मंदिर में लौटन के साथ ही 148वीं रथयात्रा हर्षोल्लास और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गई| सुबह नगर यात्रा पर निकले भगवान जगन्नाथजी लाखों श्रद्धालुओं को दर्शन देते हुए रात करीब 8 बजे निज मंदिर लौट आए| रथयात्रा प्रारंभ से पहले तड़के अहमदाबाद के जमालपुर क्षेत्र स्थित जगन्नाथजी के मंदिर में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगला आरती की| मंगला आरती के बाद भगवान को खीचड़ी, कद्दू, गुवार फली और दही का विशिष्ट भोग लगाया गया| जिसके पश्चात भगवान जगन्नाथजी, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलरामजी तीन अलग अलग नए रथों पर बिराजमान हुए| भगवान के रथ में सवार होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने पहिन्द रस्म सोने की झाड़ू से रास्ते की प्रतीकात्मक सफाई की और 148वीं ऐतिहासिक रथयात्रा का प्रारंभ करवाया| सुबह प्रारंभ हुई जगन्नाथजी की रथयात्रा अगुवाई करते 18 गजराज, भारतीय संस्कृति खासकर ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर सजे ट्रक और टेब्लो, कई अखाड़े, भजन और रास मंडलियां, म्यूजिकल बैंड, देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों से आए साधु-संतों के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु रथयात्रा में शामिल हुए| शहर के मार्ग पर भगवान जगन्नाथजी के दर्शन के लिए श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा| जय रणछोड़-माखन चोर के गगनभेदी जयकारे से समूचा अहमदाबाद गूंज उठा| जमालपुर से सुबह प्रारंभ हुई भगवान जगन्नाथजी की रथयात्रा शहर के जमालपुर चकला, वैश्यसभा, गोल लीमडा होते हुए अहमदाबाद महानगर पालिका कचहरी पहुंची| जहां अहमदाबाद के महापौर ने रथयात्रा समेत जगन्नाथजी मंदिर के महंत दिलीपदासजी महाराज का स्वागत किया| मनपा कचहरी से प्रस्थान करने के बाद रथयात्रा आस्टोडिया चकला, मदन गोपाल की हवेली, रायपुर चकला, खाडिया दरवाजा, खाडिया चार रास्ता, पांचकूवा, कालूपुर सर्कल से कालूपुर ब्रिज होते हुए दोपहर को भगवान जगन्नाथजी के ननिहाल सरसपुर पहुंची| भगवान जगन्नाथजी के सरसपुर स्थित ननिहाल में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया| कुछ देर के विश्राम के बाद भगवान जगन्नाथजी ने निज मंदिर की ओर प्रस्थान किया और कालूपुर ब्रिज, कालूपुर सर्कल से होते हुए प्रेम दरवाजा, जोर्डन रोड, दिल्ली दरवाजा, हलीम की खड़की, शाहपुर दरवाजा, शाहपुर चकला, घीकांटा रोड, पानकोर नाका, माणेक चौक, गोल लीमडा, खमासा और जमालपुर दरवाजा से होते हुए देर रात मंदिर लौट आए| 17 किलोमीटर लंबे रूट की रथयात्रा के दौरान शहर की सड़कों पर श्रद्धालुओं को सैलाब उमड़ पड़ा| जय रणछोड़-माखन चोर के जयकारे से शहर के हर गली-मुहल्ले गूंज उठे| रथयात्रा के दौरान मूंग, जामून, ककड़ी के अलावा चॉकलेट इत्यादि श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप वितरण किया गया| अहमदाबाद में रथयात्रा के पूरे रूट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे| खासकर शहर के शाहपुर और दरियापुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता रखी गई| रथयात्रा को लेकर शहर के दरियापुर और शाहपुर क्षेत्र को अतिसंवेदनशील क्षेत्र माना जाता है और इन दोनों इलाकों में सुरक्षा के खास इंतजाम किए जाते हैं| दिनभर नगर का भ्रमण कर भगवान जगन्नाथजी, बहन सुभद्रा जी और बलभद्र जी के रथ करीब 9.35 निज मंदिर लौट आए| मंदिर में आगमन पर भगवान का भव्य स्वागत किया गया| भगवान जगन्नाथ जी की 148वीं ऐतिहासिक रथयात्रा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होने से पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली| सतीश/27 जून