नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने पहले क्रिकेट टेस्ट में कैच छोड़ने के लिए निशाने पर आये यशस्वी जायसवाल का बचाव करते हुए कहा है कि वह इस कमी को सुधार लेंगे। श्रीधर के अनुसार इंग्लैंड के हालातों में खेलना किसी युवा खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता। श्रीधर ने कहा, इंग्लैंड के पहले दौरे पर जाना और वहां के माहौल के अनुसार ढलना और उसमें भी एक अच्छा स्लिप फील्डर बनना काफी कठिन है। आप जितना चाहें अभ्यास कर लें मैच में यह काफी कठिन होता है। वहां के ठंडे हालातों में उंगलियां सुन्न सी हो जाती हैं! ड्यूक की गेंद आपकी ओर आते समय बहुत हिलती है। इसलिए इसे पकड़ना आसान नहीं होता। वह आगे बोले, इंग्लैंड में, गेंद को देखना बहुत कठिन होता है। ओवल या लीड्स दो सबसे चुनौतीपूर्ण मैदान हैं। लीड्स में एक ढलान है जो पवेलियन की तरफ से किर्कस्टॉल लेन के छोर तक जाती है। और वहां बहुत हवा चलती है, और यह आपकी लय और गहराई को बिगाड़ देती है। यहीं कारा है कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने भी कैच छोड़े। यह हमेशा क्षमता के बारे में नहीं होता हालातों के अनुसार होता है। श्रीधर ने कहा कि यशस्वी के लिए अभी तक दो ही मैच खराब रहे हैं। लीड्स से पहले उन्होंने मेलबर्न में भी इसी प्रकार कैच छोड़े थे। उन्होंने कहा, वह वास्तव में एक बेहतरीन गली फील्डर है। इसमें कोई संदेह नहीं है। उसने केवल दो मैच खराब खेले हैं। इसके अलावा वह असाधारण खिलाड़ी रहा है। साथ ही कहा कि कमेंटरी के दौरान आलोचना करना आसान है पर ये भी देखना चाहिये कि जब कोई युवा खिलाड़ी पहली बार खेल रहा है तो उससे गलती होगी ही। गिरजा/ईएमएस 28जून 2025