-विपक्ष जनता की आवाज उठाने के लिए है, झूठ फैलाने के लिए नहीं -जीतू पटवारी ने अपने बयान से चरितार्थ किया चोर की दाढ़ी में तिनका -सोशल मीडिया पर झूठ फैलाकर समाज में विद्वेष फैलाना चाहते थे पटवारी -एफआईआर दर्ज करके सरकार ने सतर्कता और जागरूकता का परिचय दिया -विष्णुदत्त शर्मा भोपाल(ईएमएस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जीतू पटवारी ने अपने बयान से ‘‘चोर की दाढ़ी में तिनका’’ को चरितार्थ कर दिया है। जीतू पटवारी को यह याद रखना चाहिए कि प्रदेश में डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा की संवेदनशील सरकार है, जो हर मामले में तत्परतापूर्वक कार्रवाई करती है। फिर चाहे वो किसी निर्दोष के उत्पीड़न का मामला हो, या झूठ फैलाकर मध्यप्रदेश का सामाजिक सौहार्द्र खराब करने का प्रयास हो। भाजपा की सरकार में अपराध किसी दबाव में दर्ज नहीं होता। कांग्रेस की आदत रही है दबाव में इस प्रकार प्रकरण दर्ज कराने की, इसलिए वे अनर्गल बयानबाजी करते हैं। भाजपा सरकार में कानून अपना कार्य करता है, उसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं होता है। जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से झूठे तथ्यों के आधार पर जिस तरह से समाज के वातावरण को बिगाड़ने का प्रयास किया है, निश्चित रूप से इसके लिए उन्हें बेशर्मीपूर्ण झूठ बोलने का गोल्ड मेडल दिया जाना चाहिए। अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे कांग्रेस और जीतू पटवारी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि विपक्ष का दायित्व होता है कि वह सकारात्मक भूमिका निभाए, जनता की आवाज उठाए, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने की बजाय झूठ फैलाकर समाज का वातावरण खराब करने का प्रयास कर रहे थे। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके प्रदेश सरकार ने सतर्कता और जागरूकता का परिचय दिया है तथा अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह किया है। अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपनी छवि बनाने के लिए कूटरचित, आपराधिक षड्यन्त्र रचा जिसमें दलित, पिछड़ी जनता का मोहरे की तरह प्रयोग किया। इससे कांग्रेस पार्टी और जीतू पटवारी की घटिया सोच का पता चलता है। कांग्रेस मध्यप्रदेश में अप्रासांगिक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली शर्मनाक पराजय के बाद कांग्रेस का मनोबल खंडित हो चुका है। वह प्रदेश में अप्रासांगिक हो चुकी है और अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी कांग्रेस के बड़े नेताओं के लिए शुरू से ही अस्वीकार्य रहे हैं। बड़े नेताओं से लेकर साधारण कार्यकर्ता तक उन्हें अध्यक्ष मानते ही नहीं हैं। ऐसे में उन्हें बार-बार ये साबित करना पड़ रहा है कि वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसी कवायद में कांग्रेस पार्टी और जीतू पटवारी प्रदेश में लगातार झूठ फैलाकर प्रदेश सरकार को बदनाम करने का असफल प्रयास कर रहे हैं। हरि प्रसाद पाल / 28 जून, 2025