तेलअवीव(ईएमएस)। बीते 20 महीने से गाजा में इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है, जहां अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हमास के 7 अक्टूबर वाले हमले के बाद भड़की जंग की आग को रोकने के लिए अब इजरायलियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गुहार लगाई है। हमास की कैद में अब भी फंसे दर्जनों बंधकों की रिहाई को लेकर उनके परिजनों ने ट्रंप से मदद मांगी है। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा है कि ईरान के साथ हुए सीजफायर के बाद बंधकों की रिहाई का रास्ता भी खुल गया है। वहीं इजरायली मीडिया ने बताया है कि नेतन्याहू के करीबी मंत्री रॉन डर्मर ईरान और गाजा पर बातचीत के लिए सोमवार को वाइट हाउस जा सकते हैं। बंधकों के परिजन वीडियो में ट्रंप से कहते हैं, आपके नेतृत्व ने दिखाया है कि आप उन्हें वापस ला सकते हैं। हमें विश्वास है हम आपके साथ हैं। इससे पहले ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच संघर्षविराम कराने का दावा करने के बाद कहा है कि गाजा में भी सीजफायर ज्यादा दूर नहीं है। उन्होंने कहा है कि इसे लेकर एक सप्ताह के भीतर अच्छी खबर आ सकती है। ट्रंप के इन बयानों के बाद इजरायलियों की उम्मीद और बढ़ गई है। गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें करीब 1200 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं हमास ने करीब 250 लोगों को बंधक भी बना लिया था। अनुमान के मुताबिक लगभग 50 इजरायली अब भी हमास की कैद में हैं। वहीं गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली हमलों में 56,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। इजरायली बंधकों के परिवार के लोगों के समूह ने अमेरिकी राष्ट्रपति से अपील की है कि वे हमास की कैद से बंधकों को घर वापस लाने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऐसे कई पोस्ट सामने आए हैं। एक वीडियो में हमास की कैद में मौजूद कुछ बंधकों के परिवारवाले ट्रंप से मदद के लिए गुहार लगाते हुए कहते सुने जा सकते हैं कि उन्हें ट्रंप पर पूरा भरोसा है। वीरेंद्र/ईएमएस/30जून2025