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30-Jun-2025


-गौतम अडानी बोले- यह भारत के इतिहास में सबसे बड़ा व तेज हरित ऊर्जा निर्माण अहमदाबाद,(ईएमएस)। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने सोमवार को 15,000 मेगावाट की परिचालन क्षमता को पार कर एक उपलब्धि हासिल की है, जो अब 15,539.9 मेगावाट तक पहुंच गई है। यह उपलब्धि भारत में अब तक की सबसे तेज और बड़ी क्षमता वृद्धि को दर्शाती है। भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी ने कहा कि परिचालन पोर्टफोलियो में 11,005.5 मेगावाट सोलर, 1,977.8 मेगावाट विंड और 2,556.6 मेगावाट विंड-सोलर हाइब्रिड क्षमता शामिल है। अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अडानी ग्रीन ने 15,000 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को पार कर लिया है, जो भारत के इतिहास में सबसे बड़ा और तेज हरित ऊर्जा निर्माण है। गौतम अडानी ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि खावड़ा के रेगिस्तानी परिदृश्य से लेकर दुनिया के टॉप 10 ग्रीन पावर उत्पादकों में गौरवपूर्ण स्थान तक यह मील का पत्थर एक संख्या से कहीं ज्यादा है। यह ग्रह के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और भारत के हरित पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने के हमारे संकल्प को दिखाता है। एजीईएल भारत की पहली और एकमात्र रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है, जिसने मुख्य रूप से ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स के जरिए से यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। एजीईएल के सीईओ ने कहा कि 15,000 मेगावाट के मील के पत्थर को पार करना बहुत गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि हमारी टीम के अथक प्रयासों और समर्पण का प्रमाण है। यह हमारे प्रमोटरों के दूरदर्शी नेतृत्व और निवेशकों, ग्राहकों, टीम और भागीदारों के अटूट समर्थन के बिना संभव नहीं होता, जो हर कदम पर हमारे साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि अडानी को रिन्यूएबल एनर्जी में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने की गौतम अडानी की महत्वाकांक्षा से प्रेरित होकर यह साबित करते हुए कि क्लीन एनर्जी को अभूतपूर्व पैमाने और गति से वितरित किया जा सकता है, एजीईएल इनोवेशन और परिचालन उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। एजीईएल का 15,539.9 मेगावाट का परिचालन पोर्टफोलियो करीब 7.9 मिलियन घरों को बिजली दे सकता है। उत्पादित क्लीन एनर्जी 13 अलग-अलग भारतीय राज्यों को रोशन कर सकती है। एजीईएल का परिचालन पोर्टफोलियो पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को रिन्यूएबल एनर्जी से बिजली दे सकता है। यह मील का पत्थर एजीईएल द्वारा भारत को बेजोड़ गति और पैमाने पर क्लीन और सस्ती एनर्जी से बिजली देने के 10 साल पूरे करने के साथ जुड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को 2030 तक 50,000 मेगावाट तक बढ़ाते हुए भारत और दुनिया को सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन से बिजली देने के अपने मिशन पर दृढ़ रहना है। बता दें अडानी ग्रीन एनर्जी गुजरात के कच्छ में खावड़ा की बंजर भूमि पर 30,000 मेगावाट क्षमता का दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट बना रहा है। 538 वर्ग किलोमीटर में बनाया जा रहा यह प्लांट पेरिस से पांच गुना बड़ा है और अंतरिक्ष से भी दिखाई देगा। प्लांट तैयार होने के बाद यह दुनिया का सबसे बड़ा पावर प्लांट होगा। एजीईएल ने अब तक खावड़ा में 5,355.9 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी की संचयी क्षमता का संचालन शुरू कर दिया है। खावड़ा में तेजी से हो रही प्रगति 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता के भारत के लक्ष्य के प्रति एजीईएल की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। सिराज/ईएमएस 30जून25