लेख
01-Jul-2025
...


भारतीय योग की समृद्ध विरासत के संरक्षण हेतु अक्षर योग केंद्र द्वारा चलायी जा रही मुहिम अब रंग लाने लगी है। हिमालय सिद्ध अक्षर के भगीरथ प्रयासों से देश-विदेश के हजारों साधकों के बीच गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ऑफिशियल टीम ने एक दिन में बारह रिकॉर्ड दर्ज किए। यह योग की दुनिया में पहली मिसाल है जब एक ही दिन में बारह विश्व रिकॉर्ड दर्ज किए गए हों। एकता, अनुशासन और उद्देश्य की शक्ति के भव्य उत्सव में यह ऐतिहासिक उपलब्धि, अक्षर योग केन्द्र के संस्थापक एवं आध्यात्मिक प्रमुख हिमालयन सिद्ध अक्षर के दूरदर्शी नेतृत्व में बेंगलुरु में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में हासिल की गई। बेलि मठ, कर्नाटक के डॉ. शिवरुद्र महास्वामी की इस अभूतपूर्व रिकॉर्ड-बनाने के समारोह में ताइवान, मलेशिया, हांगकांग, इटली, यूएसए, यूके, दुबई, साइप्रस और सिंगापुर सहित 30 से अधिक देशों के 2,500 से अधिक योगाभ्यासियों ने भाग लिया। इस विविध आयोजन में भारतीय सेना, वायुसेना, कर्नाटक राज्य पुलिस,एन सी सी कैडेट्स, दिव्यांगों, अनाथालयों के बच्चों, कॉरपोरेट जगत के सदस्य तथा अंतरराष्ट्रीय योग समुदाय के सदस्य भी सम्मिलित हुए। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा योग संस्थान श्रेणी में मान्यता प्राप्त यह संस्था अक्षर योग केंद्र, प्राचीन परंपरा को आधुनिक युग से जोड़ने वाले विशाल योग अभियानों का नेतृत्व करता रहा है। हिमालयन सिद्ध अक्षर ने इस अवसर पर कहा: यह महाआयोजन एक उद्देश्यपूर्ण जीवन का प्रतीक है। यह प्रत्येक व्यक्ति को प्रेरित करता है कि वह अपने जीवन में एक उच्च लक्ष्य निर्धारित करे और उसे पूर्ण निष्ठा एवं तपस्या के साथ प्राप्त करे। ये सारे कीर्तिमान मानवीय संकल्प शक्ति की असीम क्षमता को दर्शाते हैं। इस वैश्विक आंदोलन के माध्यम से, हम योग के प्राचीन ज्ञान का आदरपूर्वक सम्मान करते हैं और प्रत्येक आत्मा को उसके सर्वोच्च स्वरूप की ओर जागृत करने का प्रयास है। सभी प्रतिभागियों ने इस श्रृंखला में, मूलभूत विभिन्न आसनों को निर्धारित समय तक लगातार धारण किया। ये चयनित योगासन स्वास्थ्य, ऊर्जा और आंतरिक रूपांतरण के विविध पहलुओं का प्रतीक थे। यह कार्यक्रम अक्षर योग केंद्र के विश्वव्यापी नेटवर्क में कई सप्ताह के अनुशासित प्रशिक्षण और वैश्विक समन्वय का समापन था। वर्तमान में 80 से अधिक देशों में ऑनलाइन-ऑफलाइन पहुंच से, 2 करोड़ से अधिक योग साधक और 50,000 से अधिक प्रमाणित शिक्षकों के साथ, अक्षर योग केन्द्र अपने सुव्यवस्थित, समावेशी दृष्टिकोण के साथ निरंतर योग के अंतरराष्ट्रीय आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। इसकी सहभागित देश-विदेश की सेना, कंपनियों, विद्यालयों, विश्वविद्यालयों और कूटनीतिक संस्थानों के साथ हैं – जिनमें इन्फोसिस, विप्रो, रोल्स-रॉयस, अमेज़ॉन आदि शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि स्थापित किए गए 12 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड आज भारत की जीवंत आध्यात्मिक धरोहर और अक्षर योग केन्द्र के निष्ठापूर्ण समर्पण के प्रमाण हैं। जैसे-जैसे विश्व योग को एक जीवनशैली और आध्यात्मिक अभ्यास के रूप में अपना रहा है, अक्षर योग केंद्र, योग को स्वास्थ्य, परिवर्तन और चेतना का एक सार्वभौमिक मार्ग बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को लेकर निरंतर प्रयत्नशील है। गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड हेतु दर्ज किए गए आसनों में अधो मुख श्वानासन, उत्कटासन, भद्रासन, उभय पदांगुष्ठासन, गरुड़ासन, शलभासन, वीरभद्रासन, एक पाद पादांगुष्ठासन, एक पाद राजकपोतासन, सर्वांगसन, सेतु बंध सर्वांगसन व वीरभद्रासन शामिल हैं।यह योग विद्या दुनिया को स्वस्थ बनाने के लिए प्रेरक की भूमिका निभा रही है।जिसके लिए अक्षर योग केंद्र की प्रशंसा होनी ही चाहिए। (लेखक आध्यात्मिक चिंतक व वरिष्ठ पत्रकार है) ईएमएस / 01 जुलाई 25