* भानुबेन बाबरिया ने दिव्यांगों के लिए बने पांच अलग-अलग स्कूलों के 34 बच्चों को दाखिला दिलाया गांधीनगर (ईएमएस)| सभी पढ़ें, सभी आगे बढ़ें के आदर्श वाक्य के साथ शुरू हुए स्कूल प्रवेश उत्सव के हिस्से के रूप में राज्य की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भानुबेन बाबरिया ने गांधीनगर के समर्पण मूक बधिर शिशु विद्यामंदिर के पांच अलग-अलग दिव्यांग स्कूलों के 34 बच्चों को नामांकित किया और उनकी शिक्षा शुरू की। दिव्यांग बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाते हुए मंत्री भानुबेन बाबरिया ने कहा कि गुजरात सरकार के शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम ने बच्चों की स्कूली शिक्षा और पालन-पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह केवल शिक्षकों की ही जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हम सबकी भी जिम्मेदारी है कि हम यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। राज्य सरकार दिव्यांग बच्चों को आगे लाने के लिए उन्हें उचित शिक्षा प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने दिव्यांगजनों के लिए संचालित स्कूलों के शिक्षकों के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि दिव्यांगजनों के लिए संचालित स्कूलों के शिक्षक समृद्ध राष्ट्र के निर्माण के लिए दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में जोड़ने का बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। यही शिक्षक बच्चों को शिक्षित करने, उन्हें समझने और उनके प्रति उनका नजरिया बदलने का भी बेहतरीन काम कर रहे हैं। मंत्री ने आगे कहा कि राज्य में दिव्यांग बच्चों के लिए 128 स्कूल चल रहे हैं। एक शिक्षक कक्षा को स्वर्ग बनाता है। कक्षा का ब्लैकबोर्ड कई लोगों के जीवन में रोशनी लाता है। आज हम उन दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूल प्रवेश समारोह का आयोजन कर रहे हैं जो किसी न किसी दोष के साथ पैदा हुए हैं, और हमें उनके जीवन में आशा की रोशनी फैलानी है। इस कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने स्कूल के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया और अपनी शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने स्कूल में पौधारोपण किया और उपस्थित अभिभावकों से बातचीत की। मंत्री सहित गणमान्य व्यक्तियों ने शिक्षा की स्वर्णिम यात्रा पर निकलने वाले बच्चों का गर्मजोशी से स्वागत किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य और बेहतर करियर की कामना की। सतीश/02 जुलाई