अंतर्राष्ट्रीय
03-Jul-2025
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हवाना (ईएमएस)। क्या आप जानते है कि क्यूबा में प्रति 155 लोगों पर एक डॉक्टर उपलब्ध है, जो अमेरिका और इटली जैसे देशों से बेहतर अनुपात है। क्यूबा हर साल हजारों बेहतरीन डॉक्टर तैयार करता है जो पूरी दुनिया में अपनी सेवाएं देते हैं। क्यूबा के डॉक्टरों की प्रतिष्ठा इतनी मजबूत है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन भी इसके हेल्थ सिस्टम को एक उदाहरण मानता है और कहता है कि बाकी देशों को इससे सीखना चाहिए। इसका उदाहरण वर्ष 2020 से 2023 तक जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, एक छोटा सा देश सबसे आगे खड़ा नजर आया। यह देश है क्यूबा। करीब 1.15 करोड़ की आबादी वाला यह देश दुनिया के सबसे ज्यादा देशों में अपने डॉक्टर भेजने वाला बन गया। उसने अपने दम पर पांच कोरोना वैक्सीन विकसित कीं। क्यूबा की चिकित्सा शिक्षा दुनिया में सबसे बेहतरीन मानी जाती है। यह पूरी तरह निःशुल्क है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्र भी डॉक्टर बन पाते हैं। दाखिला हाईस्कूल में अच्छे अंकों और प्रवेश परीक्षा के आधार पर मिलता है, और ग्रामीण छात्रों के लिए विशेष कोटा भी है। यहां के सभी मेडिकल कॉलेज सरकारी हैं और शिक्षा में सरकार का निवेश बहुत ज्यादा है। प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर खास जोर दिया जाता है। छात्र शुरुआत से ही अस्पतालों और कम्युनिटी हेल्थ सेंटरों में काम करते हैं, जिससे उनकी रोग पहचानने और इलाज की क्षमता मजबूत होती है। क्यूबा की स्वास्थ्य प्रणाली प्राथमिक देखभाल यानी प्राइमरी हेल्थकेयर पर आधारित है। “फैमिली डॉक्टर प्रोग्राम” के तहत हर डॉक्टर एक तय समुदाय की जिम्मेदारी लेता है और रोगियों के साथ गहरा रिश्ता बनाता है। यहां के डॉक्टर बायोटेक्नोलॉजी, वैक्सीन विकास और महामारी नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञ माने जाते हैं। कोरोना के समय क्यूबा ने अपनी दो वैक्सीन सोबराना और अब्दाला खुद बनाई, जिससे उसकी मेडिकल रिसर्च क्षमता साबित हुई। क्यूबा का मशहूर लैटिन अमेरिकन मेडिकल स्कूल (ईएलएएम) दुनिया के सबसे आधुनिक मेडिकल स्कूलों में गिना जाता है और यहां 123 देशों के हजारों छात्र प्रशिक्षित हो चुके हैं। क्यूबा हर साल लगभग 10,000 से 12,000 नए डॉक्टर तैयार करता है। इनमें कई लैटिन अमेरिकी, अफ्रीकी और एशियाई देशों के छात्र भी शामिल होते हैं। देश में 13 मेडिकल यूनिवर्सिटीज़ हैं और ईएलएएम अकेले हर साल 1,500–2,000 डॉक्टर ग्रेजुएट करता है। फिलहाल 70,000 से ज्यादा क्यूबाई डॉक्टर दुनिया के 60 से ज्यादा देशों में सेवाएं दे रहे हैं। अमेरिका जैसे बड़े देश जहां हर साल 20,000–25,000 डॉक्टर तैयार करते हैं, वहीं क्यूबा की आबादी के हिसाब से उसका आंकड़ा कहीं ज्यादा प्रभावी माना जाता है। क्यूबा की परोपकारी छवि भी मशहूर है। साल 2004 में “ऑपरेशन मिरेकल” अभियान के तहत उसने लैटिन अमेरिका के करीब 35 लाख गरीब मरीजों की आंखों की मुफ्त सर्जरी करवाई। हैती में आई बाढ़ हो या अफ्रीका में इबोला का कहर – क्यूबा ने अपने डॉक्टर सबसे पहले भेजे और सबसे आखिर में निकाले। हालांकि देश आर्थिक तंगी से जूझता है, इसलिए डॉक्टरों को विदेश भेजना उसकी अर्थव्यवस्था के लिए भी मददगार है। विदेशी सरकारें क्यूबाई डॉक्टरों की सेवाओं के बदले क्यूबा को भुगतान करती हैं। वेनेजुएला, ब्राजील, अल्जीरिया और केन्या जैसे देशों में क्यूबाई डॉक्टर आज भी बड़ी संख्या में सेवाएं दे रहे हैं और बदले में क्यूबा की अर्थव्यवस्था को सहारा मिल रहा है। सुदामा/ईएमएस 03 जुलाई 2025