तमिलनाडु राज्य भाजपा के लिए अभी भी अंगूर खट्टे हैं, की तरह है। तमिलनाडु में भाजपा और अन्ना डीएमके के बीच में गठबंधन को लेकर फिर विवाद शुरू हो गया है। पहले भी गठबंधन टूट चुका था। इस बार भाजपा ने झुककर फिर गठबंधन करने के प्रयास किया। अन्ना डीएमके का कहना है, यदि तमिलनाडु में गठबंधन को बहुमत मिलेगा। ऐसी स्थिति में सरकार अन्ना डीएमके की ही बनेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अन्ना डीएमके ने स्पष्ट कर दिया है। वह तमिलनाडु में भाजपा के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार चलाने में इंटरेस्टेड नहीं है। उनका कहना है कि यदि ऐसा किया गया, तो डीएमके को हरा पाना तमिलनाडु में मुश्किल होगा। भाषा, परिसीमन और सनातन को लेकर तमिलनाडु में भाजपा के खिलाफ माहौल बना हुआ है। हर संभव प्रयास करने के बाद भी भाजपा को तमिलनाडु में अपनी जड़े जमाने का मौका नहीं मिल रहा है। समाजवाद और धर्म निरपेक्षता पर बुरी तरह फंसी भाजपा संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रय होसबुले ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता को जोड़े जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए संविधान में बदलाव करने की बात कही थी। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जितेंद्र सिंह और असम के मुख्यमंत्री विश्व शर्मा ने भी उनकी बात का समर्थन किया था। लेकिन यह मामला संघ और भाजपा के गले में उल्टा पड़ गया। भारतीय जनता पार्टी के संविधान में इन दोनों शब्दों का उपयोग किया गया है। विपक्षी दलों ने हमला करते हुए कहा, पहले भाजपा अपने संविधान से दोनों शब्दों को हटाए। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस विवाद में मनुस्मृति को लागू करने की बात कहकर आग में घी डालने का काम किया है। इसे कहते हैं राजनीति, संविधान बदलने का जो राग भाजपा ने छेड़ा था। वह उल्टे भाजपा के गले पड़ गया है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार की जवाब देही बढ़ी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार ने जो दावे किए थे। उसके बाद सैन्य अधिकारियों के जो नए तथ्य सामने आ रहे हैं। वह सरकार के लिए मुसीबत बन रहे हैं। चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में जो बयान दिया था। उससे सरकार की मुसीबतें बढी। इसके बाद रही सही कसर इंडोनेशिया में भारत के कैप्टन शिव कुमार ने जो बयान दिया है। उन्होंने कहा सरकार ने पाकिस्तान के सैन्य हमले का जवाब नहीं देने का निर्देश दिया था। केवल आतंकी संगठनों पर हमला करने का आदेश दिया था। जिसके कारण सेना को शुरू में ही नुकसान उठाना पड़ा। पाकिस्तानी सेना के जवाबी आक्रमण के बाद भारतीय सेना ने जब जवाब दिया।तब जाकर स्थिति काबू में आई। पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ। उसके बाद उसने सीज फायर की गुहार लगाई। ऐसी स्थिति में सरकार को ऑपरेशन सिंदूर का सच बता देना चाहिए। ताकि अटकलें और अफवाहों पर विराम लग सके। ब्लैक बॉक्स के डाटा को अभी तक एनालाइज नही अहमदाबाद मे विमान दुर्घटना को 20 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। विमान का ब्लैक बॉक्स भी मिल गया है। लेकिन अभी तक ब्लैक बॉक्स के डाटा को एनालाइज नहीं किया जा सका है। पहले खबर आई थी, आग लगने से ब्लैक बॉक्स डैमेज हुआ है।उसके बाद खबर आई भारत ने ब्लैक बॉक्स का डाटा रिकवर कर लिया है।अब कहा जा रहा है, ब्लैक बॉक्स की डाटा को अभी तक एनालाइज नहीं किया जा सका है। आमतौर पर यह काम 2 से 3 दिनों में कर लिया जाता है। 20 दिन बीतने के बाद भी डाटा एनालाइज नहीं हुआ। सरकार बार-बार बयान बदल रही है।सबसे आश्चर्य की बात है, सारे बयान सूत्रों से आ रहे हैं। इसमें सही क्या है, गलत क्या है,पता नहीं लग रहा है। सरकार क्या कह रही है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। ईएमएस / 03 जुलाई 25