फिरोजाबाद (ईएमएस) मुहर्रम आयोजनों के क्रम में प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में आज गुरुवार को मुहर्रम की सातवीं तारीख पर जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त अकीदतमंदो ने मेहंदियां पेश कर खुदा से दुआएं मांगी। प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा के कार्यक्रमों के मुख्य आयोजक व शहर काजी सैय्यद शाहनियाज अली द्वारा सायं 06:00 बजे मुहर्रम की सातवीं तारीख के कार्यक्रम की शुरूआत परंपरागत व विधिवत रूप से सर्व प्रथम मेहंदी पेश कर किया गया, तदोपरांत कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जोकि देर रात्रि 02:00 बजे तक निरंतर जारी रहा। जहा कार्यक्रम के उप संयोजक दिलशाद अली राजू ने बताया कि पूरे जनपद में मेंहदियाँ चढ़ाए जाने का कार्यक्रम एक मात्र प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा में ही आयोजित किया जाता है, जोकि सन 1410 से निरंतर जारी है। जिसमे हजारों की संख्या में श्रद्धालु जन शामिल हुए। विशेष तौर पर महिलाएं व बच्चों की संख्या बेशुमार तादाद में थी। अकीदतमंद प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा में मेहंदिया चढ़ाने के साथ ही खुदा से मन्नते मांग रहे थे तथा शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में स्थित खास हुजरो में मोजूद अष्ठधातुओं से निर्मित अलमों की जियारत कर नवासा ए रसूल हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व शोहदा ए करबला को खिराजे अकीदत पेश कर रहे थे। प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा कमेटी की जानिब से लंगर का आयोजन निरंतर जारी रहा। वही मेहंदी का जुलूस अपने तय शुदा रास्तों से होकर रात्रि लगभग 11:00 बजे प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा पर पहुंचा, जुलूस का समापन शहर काजी सैय्यद शाह नियाज़ अली द्वारा कराया गया तथा शाही बड़ा इमामबाड़ा में आने वाले सभी अलमदारों व तज़ियादारों का अल्फ़ी (साफा) पहना कर इस्तकबाल किया गया। शाही बड़ा इमामबाड़ा में कमेटी के वॉलेंटियर्स निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे थे तथा शाही बड़ा इमामबाड़ा में आने वाली अकीदतमंदों की भीड़ को नियंत्रित करते रहे, जिससे परिसर में व्यवस्थाएं बनी रहें। शाही बड़ा इमामबाड़ा रोशनी से जगमगा रहा था जहां सारी रात करबला के शहीदों के प्रति अकीदतमंद कुरआन मजीद की आयतें पड़ रहे थे। शाही बड़ा इमामबाड़ा में कार्यक्रमों के मुख्य आयोजक/संयोजक व शहर काजी सैय्यद शाहनियाज़ अली के निर्देशन व नेतृत्व में सैय्यद शाहफराज अली, असद अली वारसी, शाहरुख अली, फुरकान अली की देखरेख में अकीदतमंद ज़ियारत करते रहे। इस दौरान शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में कार्यक्रम के मुख्य आयोजक/ संयोजक व शहर काजी सैय्यद शाहनियाज़ अली के साथ मुहम्मद रज़ा अली, मुसर्रत अली, असद अली वारसी, शाहफराज अली, जावेद अली, नवेद अली, शाहकार अली, दिलशाद अली राजू, मुहर्रम इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष मुहम्मद उमर फारूक, खालिद जमाल सिद्दीकी, अकरम खान, शाहरुख अली, फुरकान अली, सोलित अली, कमर ज्या, साजिद जफर, महमूद वारसी, मेहरोज अख्तर, शाहकार अली, जफर आलम, मोहसिम आलम, पार्षद अलकाब निज़ाम, पार्षद शाहज़ैब हसन सैफू, नाजिम सिराज, मिर्ज़ा ज़ीशान बेग, माहिर खान, मिर्ज़ा आमिर बेग, आजम वारसी, कश्मीरी गेट के प्रमुख ताज़ियादार मुहम्मद राजू कादरी आदि सहित शहर के तमाम गणमान्य व संभ्रांतजन मौजूद रहे। ईएमएस