राज्य
05-Jul-2025


मुंबई, (ईएमएस)। मध्य रेल ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए एक प्रगतिशील कदम उठाते हुए, वरिष्ठ नागरिकों के लिए समर्पित और नवीनीकृत डिब्बे के साथ पहली ईएमयू रेक पेश की है। मध्य रेल के माटुंगा वर्कशॉप ने मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में बुजुर्ग यात्रियों के लिए समर्पित डिब्बे वाली पहली इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) रेक शुरू की है। रेलवे बोर्ड के निर्देशों के तत्काल जवाब में, माटुंगा वर्कशॉप की एक समर्पित टीम ने मुंबई छोर से 6वें कोच में एक मध्य सामान डिब्बे को वरिष्ठ नागरिक यात्रियों के लिए समर्पित स्थान में परिवर्तित करके एक ईएमयू रेक पर संरचनात्मक और आंतरिक संशोधनों को अंजाम दिया, जो समावेशी गतिशीलता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह समर्पित डिब्बा वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले घंटों के दौरान उपनगरीय ट्रेनों में चढ़ने/उतरने में होने वाली कठिनाई/परेशानी को कम करेगा और एक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा। इस नए रेक की विशेषताओं में शामिल हैं: • बैठने की बेहतर संरचना: तीन 3-सीटर बेंच और दो 2-सीटर यूनिट (9+4 बैठने की क्षमता) के माध्यम से आराम और पहुँच को अनुकूलित किया गया है। • स्टेनलेस स्टील ट्यूबलर विभाजन: डिब्बे के लेआउट को बेहतर बनाने और दृश्यता को सुविधाजनक बनाने के लिए स्थापित किया गया है, जिसमें दृष्टि-स्तर के पैनल और एकीकृत ग्रैब पोल शामिल हैं। • सुरक्षा सुविधाएँ: यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए डोरवे फ़ुटबोर्ड पर घुमावदार ऊर्ध्वाधर ग्रैब पोल और दोनों दरवाज़े के अंडरफ़्रेम पर आपातकालीन सीढ़ियाँ स्थापित की गई हैं। • सौंदर्य सुधार: डिब्बे के अंदर विनाइल रैपिंग दृश्य अपील और माहौल को बढ़ाती है। इस पहले प्रोटोटाइप के रोलआउट के साथ, मध्य रेल ने वरिष्ठ नागरिकों के आराम के लिए विचारशील बुनियादी ढाँचे के उन्नयन में एक मिसाल कायम की है- इस सुविधा के लिए सभी ईएमयू रेक को परिवर्तित करने की प्रक्रिया शुरू की। मध्य रेल रेलवे प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे में नए मानक स्थापित करना जारी रखता है, जिससे यात्रियों के लिए एक सहज और सुखद यात्रा अनुभव सुनिश्चित होता है और साथ ही परिचालन प्रक्रियाओं को बेहतर दक्षता के लिए अनुकूलित किया जाता है। ये उन्नयन भारतीय रेलवे की यात्री-केंद्रित नवाचार के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों के लिए। संतोष झा- ०५ जुलाई/२०२५/ईएमएस