भोपाल(ईएमएस)। उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान, भोपाल द्वारा संस्थान के सामान्य परिषद के अध्यक्ष इंदर सिंह परमार उच्च शिक्षा मंत्री के मार्गदर्शन में वृहद वृक्षारोपण एक पेड़ माँ के नाम” अभियान किया गया।अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता एवं संवेदनशीलता को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम की शुरुआत पौधों की पूजा अर्चना एवं पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेकर की गई। संस्थान के संचालक डॉ. प्रज्ञेश कुमार अग्रवाल द्वारा संदेश दिया गया कि “वृक्ष केवल हरियाली का प्रतीक नहीं होते, बल्कि वे जीवन के अस्तित्व की नींव हैं। हर व्यक्ति का एक छोटा प्रयास भी पृथ्वी को हरा-भरा और स्वच्छ बना सकता है।” तत्पश्चात वरिष्ठ पर्यावरण प्रेमी एवं समाजसेवक अशोक पटरथ की प्रेरणा एवं सौजन्य से संस्थान में 200 पौधे लगाये गये, जिसमें फूलों से लेकर बड़े वृक्ष जैसे अशोक, नीम, तुलसी, अर्जुन, बड़, अमरूद, बेल, गुलमोहर, आंवला, जामुन, गुड़हल, सीताफल, नीलगिरी, पलाश, बादाम, चाँदनी, गुलमोहर, अमलतास, कनेर, हर्रा, करोंदा, वटवृक्ष, निंबू, चमेली सम्मिलित है। यह पहल न केवल पर्यावरणीय चेतना को बढ़ावा देगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली से भरपूर और स्वच्छ वातावरण तैयार करने की दिशा में भी एक अहम कदम होगी। एक पेड़ माँ के नाम अभियान दिल से जुड़ी एक सुंदर पहल है। यह सिर्फ एक वृक्षारोपण नहीं, बल्कि माँ के प्रति हमारी श्रद्धा और धरती माँ के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है। कनक वैष्णव बी.कॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा एवं आयुष नेमा एम. कॉम प्रथम वर्ष का छात्र द्वारा भी इस दिन अपने जन्मदिन के अवसर पर वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर विधार्थियों द्वारा भी भावनात्मक विचार साझा किए गए। संस्थान की बीकॉम चतुर्थ वर्ष की छात्रा नैन्सी मिश्रा ने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान अपने आप में ही माँ का एहसास और प्यार की परिभाषा बयान करता है। यह सिर्फ एक वृक्षारोपण की पहल ही नहीं हमारा धरती माँ के प्रति इस लगाव की व्याख्या भी करता है।” छात्र आयुष नेमा ने कहा “माँ की ममता और पेड़ की छाया -दोनों जीवन देती हैं, सहेजती हैं।‘एक पेड़ माँ के नाम’ - यही हमारी कृतज्ञता की असली भाषा है। ऐसे सार्थक कार्यक्रम का हिस्सा बनना गर्व की बात है। छात्र आशीष सिंह ने कहा कि “पेड़ भी माँ के समान होते है, जो जड़ से जुड़े और हर तूफान में खड़े रहते है।” छात्र उदित चौकसे ने कहा कि “माँ के स्नेह की छाया जैसे एक पेड़ की छांव होती है शांत, शीतल और संजीवनी। इस अभियान के माध्यम से हम न केवल माँ के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, बल्कि धरती माँ को भी हरियाली का उपहार देते हैं।” कार्यक्रम का समापन अशोक पटरथ का आभार प्रकट कर एवं उन्हें मेमेंटो भेंट कर किया गया। यह अभियान संस्थान के हरित वसुंधरा क्लब, आई.क्यू.ए.सी, कॉमर्स सोसाइटी एवं अकादमिक समिति के सहयोग से आयोजित किया गया। इस अवसर पर समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों एवं लगभग 500 विद्यार्थियों ने सहभागिता कर कार्यक्रम को सफल बनाया। हरि प्रसाद पाल / 05 जुलाई, 2025