इन्दौर (ईएमएस)। राजेंद्र नगर स्थित जवाहर सभागृह (टंकी हॉल) में परशुराम महासभा की मेजबानी में चल रहे भागवत ज्ञान यज्ञ में भागवताचार्य पं. ऋषभदेव महाराज ने कहा कि भक्ति की पात्रता केवल मनुष्य को मिली है। उन्होंने जोर दिया कि भक्ति दर्शन का विषय है, प्रदर्शन का नहीं। भक्ति में पाखंड और प्रदर्शन के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए, क्योंकि सत्संग की धारा हमें निर्मल बना रही है, जो हमारी भक्ति की पवित्रता का ही प्रमाण है। व्यासपीठ का पूजन श्रीमती पूनम-संजय मिश्रा, रजनी-अशोक खंडेलवाल सहित अनेक भक्तों ने किया। विद्वान वक्ता की अगवानी बलजीत कटारिया, सरला शर्मा सहित सैकड़ों भक्तों ने की। संयोजक पं. संजय मिश्रा ने बताया कि आज, शनिवार 6 जुलाई को कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। नृसिंह अवतार प्रसंग की व्याख्या करते हुए पं. ऋषभदेव महाराज ने कहा कि कलियुग में भक्ति को भगवान की प्राप्ति का सर्वश्रेष्ठ माध्यम माना गया है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि आजकल भक्ति भी एक कारोबार बन गई है, और धर्म के नाम पर ठगी व अपराध की घटनाएँ देखने को मिल रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि भक्ति को धंधा बनाने वाले लोग पाप के फल से बच नहीं सकते। भक्ति में सच्ची लगन, निष्ठा, समर्पण और त्याग होना चाहिए। प्रकाश/5 जुलाई 2025 संलग्न चित्र - राजेंद्र नगर स्थित जवाहर सभागृह में भागवताचार्य पं. ऋषभ देव संबोधित करते हुए।