मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण को नया कोच बनाया है। जिससे सभी हैरान हैं। अंकित 2013 स्पॉट फिक्सिंग मामले के आरोपी रहे हैं। स्पॉट फिक्सिंग में फंसने के बाद अंकित पर प्रतिबंध लग गया था पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआईI) ने साल 2021 में इसे घटाकर सात साल कर दिया था। जिससे वह दो साल पहले ही खेल में वापसी कर पाए हैं। अंकित ने अपने करियर में 18 फर्स्ट क्लास, 20 लिस्ट ए और 13 आईपीएल मैच खेले हैं। ये स्पिनर प्रतिबंध के दौरान भी मुंबई के कर्नाटक स्पोर्ट्स क्लब के लिए क्लब क्रिकेट खेलता रहा और उसने कोचिंग के लिए जरुरी लेवल-1 परीक्षा भी पास की। जिससे उसे एक और अवसर खेल से जुड़ने का मिला है। इस क्रिेकेटर ने कहा है कि यह मेरे लिए दूसरी पारी है और मैं इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। जिंदगी में हमेशा वापसी का अवसर होता है। इसके लिए मैं मुंबई क्रिकेट संघ का आभारी भी हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। कोचिंग मेरे मन में पहले से थी और मुझे आने वाली कठिन चुनौतियों के बारे में पता है। मैं अंडर-14 क्रिकेट के खिलाड़ियों की बुनियादी तकनीकों पर काम करना चाहता हूं ताकि वे अपने खेल में बेहतर हो सकें। गौरतलब है कि 2013 में बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने एस. श्रीसंत, अजीत चंडिला और अंकित चव्हाण को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी मानते हुए आजीवन प्रतिबंध लगाया था। साल 2015 में दिल्ली की ट्रायल कोर्ट ने सबूतों के अभाव में इन सभी खिलाड़ियों को बरी कर दिया हालांकि बीसीसीआई ने प्रतिबंध जारी रखा। बाद में जून 2021 में बीसीसीआई ने सभी पर से प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया. एमसीए ने आयु वर्ग आधारित टीमों के लिए कोच और चयनकर्ताओं को भी घोषित किया है। इसके तहत ही रणजी ट्रॉफी टीम के मुख्य कोच ओंकार साल्वी को आगामी घरेलू सत्र के लिए रखा गया है। वहीं पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल चयन समिति के अध्यक्ष बने रहेंगे। 06 जुलाई ईएमएस फीचर