मंडी,(ईएमएस)। हिमाचल प्रदेश इन दिनों भारी बारिश से तबाही मची है। बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ से राज्य में अब तक 69 मौतें, 37 लापता लोगों और 700 करोड़ रुपए से ज्यादा के नुकसान हुआ है। इस बीच प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ आया, जब मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के बीच कथित बयानबाज़ी बीजेपी के लिए सिरदर्द बन गई है। सीएम सुक्खू ने बताया कि उन्होंने राज्य में अपदा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से बात की है और केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद देने का वादा किया है। राज्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का नहीं, राहत का वक्त है। हिमाचल की आपदा जहां प्राकृतिक संकट बनी हुई है, वहीं राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है। कंगना रनौत और जयराम ठाकुर के बीच सार्वजनिक तौर पर सामने आए मतभेद भाजपा की आंतरिक असहजता को उजागर कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पत्रकारों ने जब जयराम ठाकुर से पूछा कि कंगना रनौत आपदा के समय क्यों चुप हैं, तो उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता जो किसी की परवाह नहीं करते। हम यहां उन लोगों के लिए हैं जो परवाह करते हैं। जयराम ठाकुर के बयान पर कंगना ने एक्स पर जवाब देते हुए कहा कि उन्हें ठाकुर ने ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से रोका था, क्योंकि सड़कें टूटी हैं और संपर्क पूरी तरह बाधित है। कंगन ने लिखा- मैंने सेराज व अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने की कोशिश की, लेकिन वहां सड़क संपर्क टूट चुका है। जयराम जी ने सलाह दी है कि जब तक रास्ते ठीक नहीं हो जाते, जाना उचित नहीं। वहीं कांग्रेस ने कंगना के ट्वीट और बीजेपी नेताओं के विरोधाभासी बयानों को लेकर बीजेपी की आपसी तालमेल की कमी और दोहरे रवैये पर सवाल खड़े किए हैं। सिराज/ईएमएस 06जुलाई25 ----------------------------------