07-Jul-2025
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लंदन (ईएमएस)। धरती पर कुछ जीव ऐसे हैं जो पीछे की ओर चलने या रेंगने में सक्षम होते हैं। कई ऐसे जीव हैं जिनके पास पैर होते हैं और वे अपनी गति को नियंत्रित करने के लिए इन्हीं पर निर्भर करते हैं। छिपकलियां अपने चार पैरों का इस्तेमाल करके अगर ज़रूरत पड़े तो पीछे की ओर छोटे-छोटे कदम उठा सकती हैं। खासकर तब, जब वे किसी तंग जगह से निकलने की कोशिश कर रही हों या कोई बाधा सामने आ जाए। इसी तरह मगरमच्छ और घड़ियाल, जो अपने भारी-भरकम शरीर के बावजूद चारों पैरों का सहारा लेकर धीरे-धीरे पीछे की ओर खिसक सकते हैं, खासकर पानी में या जब कोई रुकावट सामने हो। कछुए भी पैरों की मदद से पीछे की ओर धीरे-धीरे चल सकते हैं, विशेष रूप से तब, जब वे अपने खोल से बाहर निकल रहे हों और जगह सीमित हो। कुछ स्तनधारी भी पीछे चलने में सक्षम होते हैं, हालांकि ये उनके लिए सामान्य चाल नहीं होती। उदाहरण के लिए, खरगोश किसी संकरे स्थान में फंसने पर पीछे की ओर छोटे कदम चला सकता है, जबकि हाथी जैसे भारी जीव कभी-कभी बाधा या खतरे से बचने के लिए पीछे हट सकते हैं। पक्षियों की बात करें तो, हमिंगबर्ड एकमात्र ऐसा पक्षी है जो हवा में पीछे की ओर उड़ सकता है। यह उसकी उड़ान तकनीक और पंखों की गति पर निर्भर करता है, जो अत्यंत लचीली और अनोखी होती है। इसी तरह, समुद्री जीवों में ऑक्टोपस पीछे की ओर तैर सकता है क्योंकि वह जेट प्रोपल्शन नामक तकनीक से पानी को पीछे की ओर फेंककर खुद को उल्टी दिशा में ले जा सकता है। मनुष्य भी पीछे चलने में सक्षम है, लेकिन यह सामान्य चाल की तुलना में धीमा होता है। औसतन, एक व्यक्ति 3–4 किमी/घंटा की रफ्तार से पीछे चल सकता है, जबकि सामान्य चलने की गति 5–6 किमी/घंटा होती है। प्रशिक्षित एथलीट्स पीछे की ओर दौड़ते हुए 12–15 किमी/घंटा तक की गति प्राप्त कर सकते हैं, जो फिर भी आमतौर पर आगे दौड़ने की गति (20–25 किमी/घंटा) से कम रहती है। कीटों में कुछ विशेष प्रकार की चींटियां भारी भोजन को पीछे ढोते हुए चल सकती हैं और कुछ मकड़ियां अपने जाले बुनते समय पीछे की ओर रेंग सकती हैं। सुदामा/ईएमएस 07 जुलाई 2025