मंडी,(ईएमएस)। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई हुई है। मंडी, सिरमौर और कांगड़ा ज़िलों में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बने हुए हैं। बीते पांच दिनों में हुई घटनाओं में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं। 115 लोग घायल बताए जा रहे हैं और राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मौसम विभाग ने मंडी, कांगड़ा और सिरमौर में एक बार फिर रेड अलर्ट जारी किया है। इस प्राकृतिक आपदा की सबसे मार्मिक तस्वीर मंडी जिले के थुनांग कस्बे से आई है, जहां हिमाचल को-ऑपरेटिव बैंक की दो मंजिला इमारत पूरी तरह मलबे में दब चुकी है। थुनांग बाजार के बीचोंबीच स्थित यह बैंक इस इलाके का इकलौता बैंक था, जहां कस्बे के करीब 150 व्यापारियों और हजारों ग्रामीणों के खाते थे। बैंक की पहली मंजिल पूरी तरह तबाह हो चुकी है। शटर उखड़ गए हैं और बैंक के अंदर सैकड़ों टन मलबा और पानी भरा हुआ है। बैंक मैनेजर और कर्मचारी बाहरी हिस्से में खड़े होकर नुकसान का अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि बैंक लॉकरों में रखे करोड़ों रुपये के गहनों और नकदी का अता-पता नहीं चल पा रहा है। चोरी की आशंका से पहरा दे रहे ग्रामीण बैंक कर्मचारियों के अनुसार, मलबा हटने के बाद ही असली नुकसान का आकलन हो सकेगा। वहीं, चोरी की आशंका को देखते हुए स्थानीय लोग बैंक के बाहर पहरा दे रहे हैं। बैंक कर्मचारी का कहना था, कि अंदर कितनी नकदी और कितने गहने थे, यह तो रिकॉर्ड में है, लेकिन उनकी स्थिति क्या है, यह मलबा हटने के बाद ही पता चल सकेगा। कारोबार ठप, व्यापारियों में चिंता स्थानीय व्यापारी हरि मोहन शर्मा ने बताया कि यह बैंक पिछले कई वर्षों से कस्बे की 8,000 की आबादी की आर्थिक रीढ़ था। अब लेन-देन ठप है। बैंक के लॉकर, दस्तावेज और खाता-बही सब मिट्टी में मिल गए हैं। सरकार को यहां जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, वरना ग्रामीणों की पूरी जमा पूंजी खतरे में है। एनडीआरएफ की टीम बचाव में जुटी बादल फटने के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं से अनेक घर बह गए, कई सड़कें टूट गईं और संचार सेवाएं बाधित हो गई हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार मलबे से लोगों को निकालने में जुटी हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है, जबकि घायलों का इलाज मुफ्त किया जा रहा है। सरकार से मांग स्थानीय पंचायत और व्यापारी संघ ने हिमाचल सरकार और केंद्र से बैंक के पुनर्निर्माण, ग्राहकों की सुरक्षा, और लॉकरों में रखी संपत्ति के सुरक्षित पुनर्प्राप्ति के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग की है। हिदायत/ईएमएस 07जुलाई25