राष्ट्रीय
07-Jul-2025
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कहा -मौसम और इंसान कब बदल जाए कोई भरोसा नहीं, बीजेपी में हलचल अजमेर,(ईएमएस)। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बयान ने राजस्थान की सियासत में हलचल मच दी है। राजे ने बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री प्रो. सांवरलाल जाट की मूर्ति अनावरण समारोह में कई ऐसे सियासी तीर छोड़े जो बीजेपी में चर्चा का विषय बन गए। वसुंधरा राजे ने कहा कि ‘मौसम और इंसान कब बदल जाए कोई भरोसा नहीं। आजकल राजनीति में लोग नई दुनिया बसा लेते हैं। एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं, लेकिन प्रो. सांवरलाल जाट ऐसे नहीं थे। वे मरते दम तक मेरे साथ थे’। इस समारोह में वसुंधरा राजे ने पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत समेत कई नेताओं के नाम गिनाते हुए कहा कि उनके नहीं रहने से पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। पूर्व सीएम राजे ने इससे पिछले दिनों आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर आगरा में आयोजित समारोह में भी मंच से अपने विरोधियों को जमकर घेरा था। रविवार को सिरोंज गांव में आयोजित समारोह में एक बाद एक कई हमले बोले। राजे ने कहा कि भैरों सिंह शेखावत, प्रो. सांवरलाल जाट और डॉ. दिगंबर सिंह के नहीं रहने से बीजेपी को बहुत नुकसान हुआ है। वे मेरी मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। सांवरलाल जाट जैसे अंदर से थे वैसे ही बाहर थे। उन्होंने प्रो. सांवरलाल को किसानों का मसीहा बताते हुए कहा कि वो भी मेरी तरह राजनीति में पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के स्कूल के छात्र थे। उनकी अजमेर लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी, लेकिन अनुशासित होने के कारण लड़े और जीते। राजे ने कहा कि हमने 2018 में जब किसानों का 50 हजार रुपये तक का कर्जा माफ किया तब सांवरलाल जाट होते तो बहुत खुश होते। राजे ने कहा कि अजमेर में बीसलपुर का पानी उन्होंने ही पहुंचाया था। उनकी इच्छा थी कि चम्बल बेसिन का पानी बीसलपुर बांध में आए। राजे ने कहा कि उनके निधन को पीएम मोदी ने बीजेपी और राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया था। राजे ने कहा कि सांवरलाल जाट के बेटे नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा उनकी सोच को आगे बढ़ा रहे हैं। समारोह में हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ी। समारोह को केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा और किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने भी संबोधित किया। सिराज/ईएमएस 07जुलाई25