राष्ट्रीय
07-Jul-2025


पटना (ईएमएस)। बिहार की नीतिश सरकार ने राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के लिए करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक हथियार और उपकरण खरीदने की मंजूरी दी है। यह कदम बिहार में बढ़ते अपराध पर काबू पाने और एसटीएफ की क्षमता को बढ़ाने के मकसद से उठाया गया है। एसटीएफ के लिए खरीदे जाने वाले प्रमुख हथियार: वॉल रडार सिस्टम: यह सिस्टम दीवारों के पीछे छिपे अपराधियों का पता लगाने में मदद करेगा। यह 20 मीटर दूर से 12 इंच मोटी दीवार के पार, 13 मीटर दूर से 18 इंच की सामान्य दीवार और 8 मीटर दूर से 18 इंच की डबल मजबूत दीवार के पार देख सकता है, इससे घर के अंदर छिपे अपराधियों पर सटीक कार्रवाई करना आसान होगा। कॉर्नर शॉट हथियार (दो यूनिट): इजरायल में तैयार यह हथियार जवानों को बिना सामने आए अपराधियों पर निशाना लगाने की सुविधा देगा। इसमें एक कैमरा, स्क्रीन और ट्रिगर होता है, जिससे ऑपरेटर सुरक्षित स्थान से ही लक्ष्य पर सटीक गोली चला सकता है। नाइट विजन डिवाइस (10 यूनिट): अंधेरे में ऑपरेशन के लिए ये डिवाइस एसटीएफ को बेहतर दृश्यता प्रदान करेंगी। इससे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस को बहुत ताकत मिलेगी। नॉन लीथल इनकैपेसिटिंग डिवाइस (एनएलआईडी) (दस यूनिट): ये उपकरण अपराधियों को बिना गोली चलाए निष्क्रिय करने में मदद करेगा। एलईडी ड्रैगन लाइट (पचास यूनिट) और वॉकी-टॉकी (पचास यूनिट): संचार और रोशनी के लिए ये उपकरण महत्वपूर्ण होगा। हल्के टेंट (अस्सी यूनिट): विभिन्न अभियानों के लिए अस्थायी आश्रय प्रदान करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआडीओ) वॉल रडार और कॉर्नर शॉट सिस्टम दोनों का निर्माण करता है। इसके अलावा, डीआरडीओ अग्नि-5 मिसाइल के दो नए संस्करणों पर काम कर रहा है जो बंकर भेदने में सक्षम होगा, और डीआरडीओ-आईआईटी दिल्ली ने एक हल्की और अभेद्य बुलेट प्रूफ जैकेट भी विकसित की है। ये अत्याधुनिक उपकरण और हथियार बिहार एसटीएफ को अपराधियों के खिलाफ अभियानों में एक महत्वपूर्ण बढ़त देने वाले हैं, जिससे पुलिसकर्मी सुरक्षित रहते हुए अधिक प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर सकते है। आशीष दुबे / 07 जुलाई 2025