-जाने पासिया गांव से क्या हैं संबंध नई दिल्ली,(ईएमएस)। खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को अमेरिका के सैक्रामेंटो में गिरफ्तार करने के बाद भारत लाने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी गई है। आतंकी पासिया पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। उसकी गिरफ्तारी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। आंतकी हरप्रीत पासिया को गिरफ्तार करने के साथ ही भारत लाया जा रहा है। पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ लगातार खुफिया जानकारी साझा कर उसकी गतिविधियों पर नजर रखी थी। एनआईए ने चंडीगढ़ में सितंबर 2024 में हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में उस पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था। यह हमला एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर किया गया था। हैप्पी पासिया की आतंकी गतिविधियों का सिलसिला लंबा है। हैप्पी पासिया को 17 अप्रैल को अमेरिका में एफबीआई और इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट की संयुक्त कार्रवाई में हिरासत में लिया गया था। वह अब दिल्ली हवाई अड्डे के रास्ते भारत लाया जा रहा है। हैप्पी पासिया पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलकर पंजाब में कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। हैप्पी पासिया अमृतसर के पासिया गांव का रहने वाला है। उसने शुरू में जग्गू भगवानपुरिया गैंग के साथ काम किया और बाद में पाकिस्तान स्थित आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ जुड़ गया। दोनों ने मिलकर पंजाब में आतंक और उगाही का नेटवर्क खड़ा किया, जिसमें शराब ठेकेदारों, कारोबारियों और हिंदू नेताओं को निशाना बनाया गया। एनआईए ने उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत चार्जशीट दाखिल की है। हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी को पंजाब पुलिस ने आईएसआई समर्थित आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता बताया है। अब भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण प्रक्रिया तेजी से चल रही है। यह कदम भारत-अमेरिका आतंकवाद विरोधी सहयोग को और मजबूत करता है। आशीष दुबे / 07 जुलाई 2025