गुना (ईएमएस)। जैन संत मुनिश्री पुंगव सुधा सागर महाराज के दिव्य सानिध्य में रविवार को शांतिनाथ पुण्योदय तीर्थ बजरंगगढ़ में भक्ति, श्रद्धा और पुण्य का अद्भुत संगम देखने को मिला। यहां बीते 12-13 वर्षों में पहली बार सबसे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शांतिनाथ का महामस्तकाभिषेक कर आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण वातावरण का निर्माण किया। तीर्थ परिसर जयकारों से गूंज उठा। सुबह से ही हजारों श्रद्धालु बजरंगगढ़ तीर्थ में उमड़ पड़े। भक्तगण पीले वस्त्रों में भगवान का अभिषेक करने कलश लेकर कतारों में लगे थे। मुनिश्री सुधा सागर महाराज ने स्वयं अपने करकमलों से भगवान शांतिनाथ का गंधोदक श्रद्धालुओं के माथे पर लगाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। भक्तों ने यह क्षण अपने जीवन का सौभाग्य बताया। इस दौरान अशोकनगर कलेक्टर आदित्य सिंह स्वयं साइकिल चलाकर अशोकनगर से बजरंगगढ़ पहुंचे। यहां उन्होंने मुनिश्री का आशीर्वाद लेकर अशोकनगर चातुर्मास के लिए श्रीफल भेंट किया। उल्लेखनीय है कि मुनिश्री सुधा सागर महाराज पंचकल्याणक महोत्सव के समापन के बाद राघौगढ़ से ससंघ विहार करते हुए रुठियाई से शनिवार को बजरंगगढ़ पहुंचे थे। रविवार सुबह वे तीर्थ के प्रमुख भक्तों और जैन समाज के पदाधिकारियों के साथ ऐतिहासिक बजरंगगढ़ किले पर भी पहुंचे। रविवार दोपहर में मुनिश्री का विहार आरोन रोड की ओर हुआ, जहां समाज के सैकड़ों लोगों ने भी उनकेसाथ पदविहार किया। जानकारी के अनुसार, मुनिश्री का रात्रि विश्राम बजरंगगढ़ से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर निर्धारित स्थान पर हुआ। प्राचीन जैन मंदिर में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रस्तावित है। इस दौरान क्षेत्रीय जैन समाज के साथ अन्य श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। सुशील जैन/ईएमएस/07/07/2025