क्षेत्रीय
07-Jul-2025
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वाराणसी (ईएमएस)। काशी में सावन माह में आयोजित होने वाली पंचकोशी यात्रा के तर्ज पर वाराणसी समेत समूचे उत्तर प्रदेश में न सिर्फ भीखु संघ ही नहीं बल्कि, उपासक और उपसिकायें भी धम्म यात्रा करेगी। ये यह बातें चँदिमा भंते थेरो नें अपनी धम्म चारिका के सातवें दिन 7 जुलाई, 2025 को बर्मि बौद्ध विहार, वाराणसी में व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विगत 4 वर्षों से जिस तरह से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों में धम्म चारिका के दौरान बुद्ध धर्म के प्रति जो आकर्षण बढ़ रहा है, आने वाले दिनों में यह मौन क्रांति का रूप लेगा और बुद्ध धर्म का व्यापक जनाधार बढ़ेगा। लोग बुद्ध धर्म को स्वीकार करेंगे, क्योंकि समुची दुनिया के मानव का कल्याण बुद्ध धर्म में ही निहित है। भंते ने कहा कि न सिर्फ पुरुषों में ही बल्कि महिलाओं और बच्चों में भी बुद्ध धर्म के प्रति बहुत बड़ा आकर्षण है। लोगों के अंदर एक छटपटाहट है, एक जिज्ञासा है। बुद्ध धर्म के प्रति आचरण करने का, बुद्ध द्वारा बताए गए धम्म आचरण करने का, उसका अनुसरण करने का।क्योंकि लोगों को भी लगता है कि यह धर्म ऐसा धर्म है जो समानता की बात करता है,एकता और भाईचारे की बात करता है,सदधम्म की बात करता है। एक साक्षात्कार में थाईलैंड से धम्म चारिका में भाग लेने वाराणसी पधारे धम्म बुद्ध भंते ने कहा कि थाइलैंड में 95% लोग बुद्ध धर्म को मानते हैं। वहां का ब्राह्मण वर्ग बुद्ध धर्म को नहीं मानता है, लेकिन बुद्ध धर्म को मानने वाले भगवान बुद्ध को तो अपना इष्ट देवता मानते ही हैं, लेकिन वे लोग अपने को भगवान राम का वंशज मानते हैं। इसलिए बुद्ध धर्म में भगवान बुद्ध की पूजा के अलावा गणेश, विष्णु एवं भगवान शंकर की भी आराधना करते हैं। इस तरह से देखा जाए तो वहां पर धर्म का एक मिक्स कल्चर है, जहां बौद्ध धर्म के लोग हिंदू धर्म को भी मानते हैं और बौद्ध धर्म को भी मानते हैं, लेकिन ऐसा भारत में देखने को नहीं मिलता है। भारत में जो बुद्ध धर्म को मानता है वह प्रायः देखा जा रहा है कि वह लक्ष्मी, गणेश, ब्रह्मा, विष्णु,महेश इत्यादि हिन्दू धर्म की देवी- देवताओं को नहीं मानता है। वह सिर्फ और सिर्फ भगवान बुद्ध की पूजा करता है। 01 जुलाई से 10 जुलाई, 2025 तक आयोजित धम्म चारिका में थाईलैंड, वर्मा और नेपाल के अलावा उत्तर प्रदेश के मऊ, आजमगढ़, जौनपुर गाज़ीपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज,भदोही अमेठी, प्रतापगढ़, हरदोई, गोरखपुर, कुशीनगर, चंदौली,महराजगंज इत्यादि जनपदों से भीखु भाग लेने आये हैं। इसबार की धम्म चारिका में 10 वर्ष या इससे भी कम उम्र 8 वर्ष के बाल बौद्ध भी सहभागिता कर रहे हैं। बाल बौद्ध में प्रमुख रूप से राज जायसवार (8)प्रयागराज, आयुष गौतम (8),भदोही, शुभम कुमार( 9),वाराणसी, सुमीत रतन( 8) हरदोई, आनंद चंदौली तथा मऊ जनपद के आदित्य (10)हैं। धम्म चारिका आज आठवें दिन बर्मि बुद्ध विहार, सिगरा, वाराणसी पहुंची जहां चँदिमा भंते एवं समस्त भीखु संघ का स्वागत अरुण प्रेमी, बृजेश भारती,प्रो. एस के भारती, सरोज भारती,आर के निगम, मंजू चौधरी, आर के प्रसाद,मनसा राम, लक्ष्मी, वृंदा देवी, आर जे राम, पी राम, एस पी राम, प्रो. सुरेंद्र राम, एस कौशल, चंद्र बिंदु, रतन लाल, सरोज कुमारी, रानी निगम इत्यादि लोगों ने फूल माला से स्वागत अभिनंदन और वंदन किया। डॉ नरसिंह राम/07/07/2025