राष्ट्रीय
07-Jul-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। बिहार में एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को लेकर सुप्रीम कोर्ट में विपक्ष की 9 राजनीतिक पार्टियों ने याचिका दाखिल की है। कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, एनसीपी की सुप्रिया सुले, सीपीआई के डी राजा, डीएमके, हरिंदर मलिक (समाजवादी पार्टी), शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत, जेएमएम के सरफराज अहमद और सीपीआई (एमएल) के दीपांकर भट्टाचार्य याचिकाकर्ता हैं। बता दें कि विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि लेकिन विपक्ष के सवाल पर अभी तक आयोग द्वारा स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। आयोग ने वोटर्स से जो 11 दस्तावेज मांगे हैं, वे उनके पास नहीं है। उनके पास आधार कार्ड है, राशन कार्ड है, मनरेगा कार्ड है। यानी साफ हैं कि जिनके पास ये 11 दस्तावेज नहीं, उनका वोटर लिस्ट से नाम काट जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि देश में आधार मान्य है लेकिन बिहार में ऐसा क्यों नहीं है? वोटर लिस्ट पर हर घंटे निर्देश बदल रहे हैं। बिहार में आधार कार्ड लिंक नहीं है। चुनाव आयोग की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है। वहीं इस पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कहा था कि प्रक्रिया से यह सुनिश्चित होगा कि सभी पात्र लोगों के नाम मतदाता सूची में शामिल हो सके। सीईसी ने कहा था कि कुछ लोगों की आशंकाओं के बावजूद एसआईआर यह सुनिश्चित करेगा कि सभी पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल हों। आशीष दुबे / 07 जुलाई 2025