:: आचार्य विश्वरत्न सागर की धर्मसभा में उमड़ा जनसैलाब :: इंदौर (ईएमएस)। एयरपोर्ट रोड स्थित नरसिंह वाटिका पर आचार्य नवरत्न सागर सूरिश्वर म.सा. के शिष्य, युवा हृदय सम्राट सर्वधर्म दिवाकर आचार्य विश्वरत्न सागर म.सा. ने आज चातुर्मासिक अनुष्ठान की धर्मसभा में हजारों समाजबंधुओं को आशीर्वचन दिए। उन्होंने कहा कि धर्म के प्रति हमारी प्यास कभी खत्म नहीं होनी चाहिए और चातुर्मास स्वयं को जांचने का एक दुर्लभ अवसर है जो जीवन के कल्याण की राह पर आगे बढ़ाता है। उन्होंने आत्म परीक्षण और निरीक्षण पर जोर देते हुए पूछा कि संतों और गुरुजनों के प्रवचन सुनने के बाद धर्म के प्रति हमारी प्यास कितनी बढ़ी है। आचार्यश्री ने जिनशासन के मूलभूत सिद्धांतों सत्य, अहिंसा और अपरिगृह की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला। यह चातुर्मासिक अनुष्ठान अर्बुदगिरिराज जैन श्वेताम्बर तपागच्छ उपाश्रय ट्रस्ट पीपली बाजार, जैन श्वेताम्बर मालवा महासंघ एवं नवरत्न परिवार इंदौर के तत्वावधान में रविवार से प्रारंभ हुआ है। धर्मसभा में आचार्य विजय पीयूष भद्रसागर सूरिश्वर म.सा., आचार्य नयचंद्र सागर सूरिश्वर म.सा., आचार्य मृदुरत्न सागर म.सा. एवं अनेक मुनि भगवंतों के अलावा साध्वी भगवंत भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुनि कीर्तिरत्न सागर सूरी म.सा. ने भी सभा को संबोधित करते हुए आचार्य गुरुदेव विश्व रत्न सागर सूरिश्वर म.सा. के अनेक तीर्थों के जीर्णोद्धार और धर्म, संस्कृति एवं एकता के शंखनाद के माध्यम से समाज को विश्व में विशिष्ट पहचान दिलाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आचार्यश्री को लोकप्रिय एवं युवाओं के हित चिंतक संत बताया। समाजबंधुओं ने आचार्यश्री को अपने कंधों पर उठाकर सभा के मंच तक पहुँचाया, जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। इस अवसर पर चातुर्मास के लाभार्थी मनोहरलाल दीपक कुमार सुरणा परिवार के अलावा नवकार परिवार, महावीर मंडल युवक महासंघ सहित अनेक सोशल ग्रुप एवं समाजजनों की ओर से चातुर्मास संयोजक पुण्यपाल सुराणा, कैलाश नाहर, ललित सी. जैन, मनीष सुराणा ने समाजबंधुओं की अगवानी की। धर्मसभा में शहर के विभिन्न श्री संघों और अन्य शहरों से भी बड़ी संख्या में विशिष्टजन और समाजबंधु उपस्थित थे, जिनमें राजस्थान और छत्तीसगढ़ से आए श्रद्धालु भी शामिल थे। नरसिंह वाटिका पर चातुर्मास के दौरान आचार्यश्री के प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से प्रारंभ होंगे। प्रकाश/7 जुलाई 2025