08-Jul-2025
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- लगातार भूकंपीय गतिविधियों से क्षेत्र की संवेदनशीलता को लेकर चिंता बढ़ी गुवाहाटी,(ईएमएस)। असम में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह झटके सुबह 9:22 बजे आए। भूकंप से हिलने लगे पंखे और घर का सामान। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई। हालांकि अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप का केंद्र मांजा असम में बताया जा रहा है। झटके के बाद लोग घबराकर घरों से बाहर आ गए। एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक यह मध्यम श्रेणी का भूकंप था, लेकिन स्थानीय स्तर पर दहशत का माहौल पैदा हो गया। बता दें इस साल फरवरी में असम के गुवाहाटी, नागांव और तेजपुर समेत कई इलाकों में 5.0 तीव्रता का भूकंप आया था। लगातार भूकंपीय गतिविधियों से क्षेत्र की संवेदनशीलता को लेकर चिंता बढ़ गई है। भूकंप सिर्फ भारत में नहीं, इसके पड़ोसी देशों में भी ज़मीन कांप रही है। नेपाल में 30 जून को 3.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। झटके इतने तेज़ थे कि लोग घरों से बाहर निकलकर भागने लगे। पाकिस्तान में 29 जून को 5.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे वहां भी अफरा-तफरी मच गई। बता दें भारत का भूकंपीय इतिहास भी काफी भयावह रहा है। जनवरी 2001 में गुजरात के भुज में आए विनाशकारी भूकंप ने हजारों लोगों की जान चली गई थी। 2005 में कश्मीर में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। 2011 में सिक्किम में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था। मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्य भी समय-समय पर भूकंप से प्रभावित होते रहे हैं। असम, नागालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश को सिस्मिक ज़ोन वी यानी सबसे संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। लगातार हो रही भूकंपीय गतिविधियों को देखते हुए विशेषज्ञ इन इलाकों में आपदा प्रबंधन और जागरूकता बढ़ाने की अपील कर रहे हैं। सिराज/ईएमएस 08जुलाई25