मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है और वह केवल सीमित ओवरों (एकदिवसीय ओर टी20) प्रारुप के लिए भी उपलब्ध होते है। पंड्या ने अंतिम बार साल 2018 में टेस्ट क्रिकेट खेला था। वहीं साल 2021 में पंड्या ने टेस्ट टीम में वापसी की थी पर इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में उन्हें मौका नहीं मिला था। इसके बाद 2021 टी20 विश्व कप के बाद, पंड्या ने खेल से ब्रेक लिया और आईपीएल 2022 में वापसी की। पंड्या ने करियर में भारत के लिए 11 मैचों की 18 पारियों में कुल 532 रन बनाए हैं। इसके अलावा 19 पारियों में गेंदबाज करते हुए उन्होंने 17 विकेट लिए हैं। उनके टेस्ट मैच न खेलने का मुख्य कारण फिटनेस है। वह अपने करियर में चोटों से काफी परेशान रहे हैं। उन्हें कई बार चोट का सामना करना पड़ता है। इसी कारण वह अपने करियर को लंबा बनाये रखने टेस्ट से दूरी बनाये हुए हैं। उनके पीठ का दर्द उनके टेस्ट क्रिकेट न खेलने के पीछे के कारणों में से एक है। पंड्या ने भी एक बार कहा था कि वह टेस्ट क्रिकेट खेलकर अपनी पीठ को जोखिम में डाल सकते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं खुद को एक बैक-अप सीमर मानता हूं। पीठ की सर्जरी के बाद मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना परेशानी खड़ी कर सकता है हालांकि अगर वह केवल टेस्ट ही खेलते और सीमित ओवरों के लिए उन्हें अवसर नहीं मिलता तो वे टेस्ट खेल सकते थे। गिरजा/ईएमएस 09 जुलाई 2025